दोहा। कतर की अपनी दो दिनी यात्रा के अंत में भारतवंशी समुदाय को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि हमने केवल सतह (भ्रष्टाचार पर) साफ की है और गहराई से सफाई अभी बाकी है। उन्होंने भ्रष्टाचार पर सरकार की कार्रवाई की आलोचना की तुलना किसी बच्चे को मिठाई नहीं देने पर मां से उसके नाराज होने से करते हुए कहा कि हमने कई लोगों की मिठाई रोक दी और ऐसा करने में मुझे दिक्कतों का भी सामना करना पड़ा। लेकिन मुझे इन समस्याओं का सामना करने की ताकत 125 करोड़ भारतीयों से मिलने वाले स्नेह से मिलती है।
भारतीय मूल के लोगों की लगातार तालियों की गड़गड़ाहट के बीच प्रधानमंत्री ने कहा कि वित्तीय पारदर्शिता, अनुशासन और कार्यक्षमता सुनिश्चित करने के प्रयासों के अच्छे परिणाम मिलने शुरू हो गये हैं। उन्होंने कहा कि क्या आप कल्पना कर सकते हैं? हमने विभिन्न सरकारी योजनाओं में लीकेज और चोरी रोककर 36000 करोड़ रुपये प्रति वर्ष बचाए हैं। मोदी ने कहा कि 1.62 करोड़ फर्जी राशनकार्ड का पता लगाया गया और सब्सिडी वाले चावल, गेहूं, केरोसिन और एलपीजी के करोड़ों रुपये बचाये गये हैं।
उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार ने हमारे देश को खोखला कर दिया है, जो दीमक की तरह इसे खा रहा है। पिछली कांग्रेसी सरकारों पर परोक्ष हमले में प्रधानमंत्री ने कहा कि आज पूरी दुनिया में भारत की छवि सुधरी है और देश को सम्मान के साथ देखा जा रहा है। सभी भारत की ओर आकर्षित हो रहे हैं। जब दूसरे देशों के लोग भारतीयों से मिलते हैं तो आप अंतर देखते होंगे।