लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने कहा जाति और मजहब के आधार पर सत्ता का संचालन कर रहे अखिलेश यादव अपनी तथा कथित उपलब्धियों का ढ़िढोरा पीटने के पहले उसकी सच्चाई पर नजर भी जरूर डाले। जनता सपा के गुण्डाराज से कराह रही है बहन-बेटियां असुरक्षित है मजहबी आधार पर योजनाओं में भेद-भाव किया जा रहा है। जाति के आधार पर राज्य में तैनाती हो रही है।
श्री मौर्य ने अखिलेश यादव द्वारा भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के जोगियापुर गांव में हुए कार्यक्रम की टिप्पणियों का जबाब देते हुए कहा कि कुछ लोग संदेश देने के लिए ही काम करते है, इसीलिए मुख्यमंत्री कह रहे है संदेश देने के लिए मजदूरों के साथ खाना खाया था। हमारे लिए कार्यकर्ता के घर जाना, उसके यहां भोजन करना एक समान पंरम्परा है, इसी पंरम्परा का पालन करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष ने वाराणसी से इलाहाबाद जाते समय कार्यकर्ता के घर भोजन करने पर सहमति दी, उसके यहां पहुंंचे।
श्री मौर्य ने कहा किन कामों के आधार पर अखिलेश जी जनता के बीच में जायेंगे। जातीय आधार पर उनके राज में नियुक्तियों को अहमीयत दी जाती है विकास की ढेरों बाते, घोषणाओं और समाचार पत्र के विज्ञापन में सिमट कर रह गयी है। चुनावी मौसम में जगह-जगह विकास योजनाओं का ढ़िढोरा पीट रहे है किन्तु सच्चाई है पहले 45 लाख लोगों को पेंशन देने का वादा पूरा नहीं कर पाये और अब 55 लाख लोगों को पेंशन देने की घोषणा को परवाना नहीं चढ़ा पा रहे है किन्तु मंचों से जरूर वो कह रहे है कि हम 55 लाख लोगों को पेंशन दे रहे है। श्री मौर्य ने कहा बोलने के पहले एक बार अपने ही सरकारी आकड़ों पर नजर तो डाल लें।