भारतीय कलाकार परेश मैती को एक भव्य समारोह में पहला एडीटर्स अवार्ड मिला. यह समारोह इस्टर्न आई, आर्ट्स, कल्चर एंड थिएटर अवार्ड मनाने के लिए आयोजित 22 मई को आयोजित हुआ था .
ब्रिटिश अभिनेता और फिल्म निर्माता, हमजा जीटूटा (लूथर, बीइंग ह्यूमन कैपिटल) ने मैती को उनके ग्लोबल आर्टिस्ट के रूप में पहचान व आर्ट कम्युनिटी के लिए उनके योगदान के लिए ये अवार्ड दिया.
पुरस्कार देते हुए हमजा ने कहा कि परेश मैती अपने समय के प्रमुख समकालीन कलाकारों में से एक है और भारत के अग्रणी वाटर कलर चित्रकार के रूप में जाने जाते है. वे एक विनम्र व्यक्ति है और खुद को धीरे-धीरे
मजबूती से स्थापित करना किया. उनके वाटर और बोट सीरिज ने भारत के कला समुदाय का ध्यान खींचा और वे भारत के सबसे महत्वपूर्ण चित्रकारों में से एक बन गए.
पुरस्कार प्राप्त करने पर मैती ने कहा कि जब से उन्होँने पेंटिंग शुरू किया तब से रंग के जरिए संस्कृतियों के बीच की सीमाओं को उभारा और जीवन के अलग-अलग दृष्टिकोण के कई पहलुओं को सामने लाया.
उन्होंने टिप्पणी की कि यह पुरस्कार जीतना एक अविश्वसनीय अनुभव है. रंग की दुनिया ने हमेशा उन्हें प्रेरित किया है. मेरी यात्रा मुझे कई नए देशों में ले गई है. यह मेरे जीवन और मेरी कला का एक अभिन्न अंग है. हमारी दुनिया विविध है और हम चाहते हैं कि विविधता का जश्न मनाया जाए. उसी तरह जैसे हमारा व्यक्तिगत और सामाजिक जीवन दुनिया के लिए जीवंतता लाता है. रंग ही जीवन है. यह ब्रह्मांड है. रंग और प्रकाश के बिना, जीवन समाप्त हो जाएगा. ला हमें याद दिलाता है कि हम सब एक ही कैनवास के हिस्से है.
परेश के लिए वाटर कलर उनका दिल और आत्मा है. वे अपने जीवंत, भावुक, रंगीन चित्रों के लिए दुनिया भर में जाने जाते है. इन तस्वीरों को दुनिया सबसे प्रतिष्ठित निजी और सार्वजनिक संग्रह में प्रदर्शित किया गया है. इसमें ब्रिटिश संग्रहालय, नई दिल्ली की राष्ट्रीय आधुनिक कला दीर्घा और नई दिल्ली में वेटिकन दूतावास शामिल हैं.
मैती की अन्य उपलब्धियों में ऑल इंडिया फाइन आर्ट्स एंड क्राफ्ट्स सोसायटी अवार्ड फार बेस्ट वाटर कलर पेंटिंग, बिरला अकेडमी आफ आर्ट एंड कल्चर से मिला अवार्ड फार आउटस्टैंडिंग पेंटिंग, द ब्रिटिश काउंसिल विजिटरशीप अवार्ड, रॉयल वाटरकलर सोसाइटी अवार्ड, द दयावते एमोदी अवार्ड फार आर्ट, कल्चर एंड एडुकेशन और हाल ही में भारत सरकार से पद्मश्री अवार्ड शामिल है.