नई दिल्ली :अयोध्या में बजरंग दल के प्रांतीय प्रशिक्षण वर्ग के समापन समारोह के कार्यक्रमों को लेकर जिस तरह का विवाद खड़ा किया गया, वह पूर्ण रूप से शरारतपूर्ण, हिन्दू मुस्लिम सौहार्द को नष्ट करने वाला और संपूर्ण मुस्लिम समाज को आतंकवाद से जोड़कर अपमानित करने वाला है। इस सम्बन्ध में मीडिया में.चल रही अनावश्यक बहस पर बोलते हुए विश्व हिन्दू परिषद के अंतर्राष्ट्रीय संयुक्त महा मंत्री डॉ सुरेंद्र जैन ने आज यह भी कहा कि बजरंग दल का यह प्रशिक्षण वर्ग पहली बार नहीं लगा है। पूरे देश में गत 25 वर्षों से इसी पाठ्यक्रम का प्रशिक्षण लगातार दिया जा रहा है। यह पूर्ण रूप से संगठनात्मक गतिविधि है। वर्तमान केंद्र सरकार या एक वर्ष बाद होने वाले उत्तरप्रदेश के चुनावों से जोड़ने वाले या तो इतिहास से अनभिज्ञ हैं या जासूसी उपन्यास की तरह की पटकथा लिखकर सनसनी फ़ैलाने में तज्ञ हैं।
डॉ जैन के अनुसार गत 25 वर्षों से इस पाठ्यक्रम पर कोई विवाद नहीं उठा था। अब विवाद निर्माण करने वाले स्वयं समाज का सांप्रदायिक ध्रुवीकरण करना चाहते हैं और सफलतापूर्वक काम करने वाली केंद्र सरकार को अनावश्यक विवाद में घसीटने का एक और असफल षडयंत्र रच रहे हैं। जिन विषयों का प्रशिक्षण दिया जा रहा है, वे किसी भी प्रकार से अवैधानिक नहीं हैं। भारत में हजारों अखाड़े और संस्थाएं इसी प्रकार का प्रशिक्षण देती हैं और उनका प्रदर्शन भी करते हैं।
उनका कहना है कि सब जानते हैं कि जिन भी राज्यों या देशों में आतंकवाद का सफलतापूर्वक मुकाबला किया गया है, वह समाज के सहयोग के बिना संभव नहीं था। भारत में पंजाब के उदाहरण से इसको समझ सकते हैं। भारत आतंकवाद से सबसे अधिक पीड़ित देश है। समाज को इस दिशा में जागृत करने वाले पुरस्कार के पात्र हैं, प्रताड़ना के नहीं। इस शिविर में आतंकियों के वही चेहरे और वस्त्र दिखाये गये हैं जो मीडिया में दिखाये जाते हैं। ISIS के द्वारा जारी वीडियो में भारतीय आतंकियों, लादेन, बगदादी, याकूब आदि के चेहरे और वस्त्र आतंकियों के प्रतीक बन गए है। उनको धर्म से जोड़ने का अपराध इन आतंकियों ने या इनका चित्र दिखाने वालो ने किया है। बजरंग दल को इसका दोष देना किसी भी तरह न्यायसंगत नहीं है।
आजम खान के इशारों पर चल रही सपा सरकार को आड़े हाथों लेते हुए उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने जिस प्रकार की धर पकड़ शुरू कर दी है, उससे स्पष्ट हो जाता है कि वे चुनावी लाभ के लिए सांप्रदायिक आधार पर समाज को बाटने की चाले चल रही है। आतंकियों और हिन्दू समाज पर हमला करने वालों को पकड़ने में अपनी विफलता को वे इस दमन की आड़ में छिपाना चाहते हैं। अगर वे देशहित में कोई कार्यवाही करना चाहते है तो उन्हें आतंकियों के प्रेरणास्रोत और देशविरोधी फतवे जारी करने वाले दारुल उलूम देवबंद पर कार्यवाही करें। समाज इनसे पहले से ही प्रताड़ित है, उन्हें झूठे मामलों में फंसाकर वे आतंकियों के एजेंडे पर चलने का काम न करें।
बजरंग दल देश को समर्पित संगठन है। इसके कार्यों से केवल आतंकी और देशविरोधी ही बेचैन होते हैं। इस पर उंगली उठाने से पहले सबको इसका अध्ययन करना चाहिए। राष्ट्र निर्माण के काम में सबको सहयोग करना चाहिए। अपनी 32 वर्ष की आयु में बजरंग दल ने दुनिया में एक दिन में सर्वाधिक रक्तदान का रिकार्ड, लाखों गउओं की रक्षा, हजारों हिन्दुओं के धर्मांतरण पर अंकुश, अमरनाथ यात्रा पर आतंकियों को चुनौती, पुंछ (जम्मू कश्मीर) में बाबा बूढ़ा अमरनाथ की यात्रा से सीमा वासियों के स्वाभिमान की रक्षा, अनेक प्राकृतिक आपदाओं तथा भीषण दुर्घटनाओं में राहत कार्यों के साथ साथ असंख्य सेवा कार्य देश भर में करता है. माननीय राज्यपालों का समर्थन निराधार नहीं है।