लखनऊ: उत्तर प्रदेश में आंधी-पानी ने बुधवार को भी भारी तबाही मचाई। इससे जहां 31 लोगों की मौत हो गई। आम की फसलों को भारी नुकसान हुआ। बारिश के चलते तापमान में गिरावट दर्ज की और लोगों को गर्मी से राहत मिली है।
आंधी-पानी के चलते कई जिलों में पेड़-पोल और दीवार गिरने से बिजली आपूर्ति बाधित रही। भदोही आने से पहले सीएम को भी कुछ देर तक लखनऊ में ही रुकना पड़ा। अभयनपुर स्थित कार्यक्रम स्थल पर बने पंडाल को भी दोबारा दुरुस्त करना पड़ा। ओएचई लाइन टूटने से कानपुर-झांसी रेल मार्ग दो घंटे बाधित रहा। चित्रकूट में संत मोरारी बापू का कथा पंडाल भी आंधी में गिर गया, जिसमें कई लोग घायल हो गए।
भदोही में चार, जौनपुर में तीन, मिर्जापुर में दो और बलिया में एक की जान चली गई। बांदा, चित्रकूट और हमीरपुर में दो-दो लोगों की मौत हुई, जबकि फतेहपुर और उन्नाव में एक-एक जान गई। इलाहाबाद में पेड़ों के नीचे दबकर पांच और कौशाम्बी में एक की मौत हुई है। कुशीनगर में महिला समेत तीन और महराजगंज व संतकबीरनगर में एक-एक की जान गई। श्रावस्ती में भी दो लोगों की मौत हुई है।
आम की फसल को भारी नुकसान हुआ। आम के बागों में कच्चे आम टूटकर गिर गए। लगातार आ रही आंधी से सबक लेकर बागवानों ने आम की टूट का दायरा बढ़ा दिया है। जानकारों का मानना है कि पाल रखने के लिए यह समय भी मुफीद है जिससे किसानों का टूटा हुआ आम खराब भी नहीं होगा।