उरई: पंचायत प्रतिनिधि सम्मेलन का आयोजन रॉयल जायसवाल सभागार उरई में परमार्थ समाज सेवी संस्थान एवं ग्राम्य विकास विभाग जनपद जालौन के संयुक्त तत्वाधान में किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अरविन्द सिंह ‘गोप’ ग्राम्य विकास मंत्री उ0प्र0 सरकार ने अपने उद्बोधन में कहा कि आज बुन्देलखण्ड का बुरा वक्त है, इस बुरे वक्त में सामजवादी पार्टी की सरकार बुन्देलखण्ड को इस संकट से उबारने के लिए पूर्ण मनोयोग के साथ यहां की जनता के साथ है। उन्होंने उ0प्र0 के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के द्वारा बुन्देलखण्ड के उत्थान के लिए किए जा रहे विषेश प्रयासों का सन्दर्भ बताते हुए कहा कि सरकार की प्राथमिकता है कि बुन्देलखण्ड को सूखे के संकट से निजात दिलाने के लिए तात्कालिक और दीर्घकालिक कार्य किए जाएं जिसके तहत एक तरफ राहत सामग्री का वितरण किया जा रहा है दूसरी तरफ बुन्देलखण्ड की परम्परागत जल संरचनाओं को पुर्नजीवित करने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य किया जा रहा है। मनरेगा के तहत तालाबों का निर्माण और कुओं के जीर्णोद्धार को विशेष प्राथमिकता दी जाएगी। उन्होंने ग्राम प्रधानों को सम्बोधित करते हुए कहा कि आप सब के लिए उत्तर प्रदेश सरकार के दरवाजे हमेशा खुले हैं। लोहिया आवास का निर्माण, समाजवादी पेंशन का वितरण को और अधिक बजट दिया जाएगा। जालौन की जिलाधिकारी सन्दीप कौर ने कहा कि सरकार के द्वारा सूखा राहत के विषेश प्रयास किए जा रहे हैं। जल संकट के समाधान के लिए हैंण्डपम्प लगाए जा रहे हैं। 25000 से अधिक अन्तोदय जॉब कार्ड धारकों को समाजवादी राहत सामग्री के किट वितरित किए जा रहे हैं। किसी को भी प्यासा और भूखा न रहने देने की सरकार की योजना है। कार्यक्रम के संयोजक, परमार्थ के सचिव और जल-जन जोड़ो अभियान के राश्ट्रीय समन्वयक संजय सिंह ने कहा कि इस समय बुन्देलखण्ड सूखा और अकाल से प्रभावित है। इस बुरे वक्त में राज और समाज को मिलकर काम करने की ज़रुरत है। यह वक्त आलोचनाओं का नहीं है बल्कि आपदाओं से लड़ने का है।