भारत में निजी क्षेत्र में पांचवां सबसे बड़ा बैंक यस बैंक अब पहला ऐसा भारतीय बैंक बन गया है जिसे कार्बन प्राइसिंग लीडरशिप कोलिनेशन (सीपीएलसी) की भागीदारी प्राप्त हुई है, यह अपनी तरह के पहली स्वैच्छिक भागीदारी है जो विश्व बैंक के नेतृत्व में नेशनल और सब नेशनल सरकारो, कारोबार और नागरिक सामाजिक संगठनों के लिए अपनी तरह की पहली भागीदारी है।
श्री राना कपूर, प्रबन्ध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी यस बैंक ने सीपीएलसी में शामिल होने के प्रतिष्ठित क्षण के अवसर पर कहा ‘‘ हमें कार्बन प्राइसिंग लीडरशिप कोलोनेशन में 25 सरकारों और 90 वैश्विक कम्पनियों के साथ शामिल होने पर अति प्रसन्नता हो रही है, जो कार्बन प्राइसिंग नीति विकास को गति देने के लिए एकत्रित हुए हैं। एक वित्तीय संस्थान होने के नाते हमारे लिए यह एक बेहतर अवसर है कि हम हमारे निवेशों में एकीकृत कार्बन प्राइसिंग को शामिल करने, आंतरिक कार्बन प्राइसिंग एवं इसके प्रति वित्तपोषण कर अनुकूलतम परिचालन प्रदर्शन कर सकें। इसी कड़ी में हमारे सीओपी21 प्रतिबद्धता के तहत यस बैंक का लगातार यही प्रयास होगा कि भारत की जलवायु जोखिम कम करने के राष्ट्रीय संकल्प में अपना योगदान दे सकें।
इस सम्मेलन के दौरान, विश्व बैंक के अध्यक्ष डॉ. जिम योंग किम ने कहा ‘‘ कार्बन प्रदूषण पर मूल्य निर्धारित करने से उत्सर्जन में कमी आएगी, लोगों का स्वास्थ्य सुधरेगा और स्वच्छ टेक्नोलॉजी में नया निवेश मिलेगा।‘‘ इसकी सफलता पर उनका कहना था कि ‘‘ इसका स्पष्ट प्रभाव हमारे प्रयासों पर होगा कि हम आगामी 15 वर्षों में पूरे विश्व से निर्धनता को दूर कर सकेंगे।‘‘