कोलकाता: पिछले आठ सालों से जो नहीं हुआ, वह कल हो गया। धोनी की कप्तानी में आईपीएल में यह पहली बार हुआ जब कोई टीम प्ले ऑफ तक पहुंचते से पहले बाहर हो गई। ईडन गार्डन के मैदान पर खेले गए मैच में पुणे सुपरजाइंट्स के खिलाफ कोलकाता नाइट राइडर्स को आठ विकेट से जीत हासिल हुई। टॉस जीतने के बाद पुणे सुपरजाइंट्स ने पहले बल्लेबाजी करते हुए जब 17.4 ओवरों में छह विकेट पर 103 बनाए तब बारिश शुरू हो गई और करीब ढाई घंटे के बाद जब मैच शुरू हुआ तब कोलकाता को जीतने के लिए 9 ओवरों में 66 रन का टारगेट दिया गया।
पुणे सिर्फ पांच ओवर में दो विकेट पर 66 बनाकर मैच जीत गई। कोलकाता नाइट राइडर्स की तरफ से युसूफ पठान ने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए 18 गेंदों पर 37 रन बनाए। पुणे की तरफ से कप्तान महेंद्र सिंह धोनी काफी स्लो बल्लेबाजी करते हुए पाए गए। धोनी 22 गेंद खेलते हुए सिर्फ 8 रन बना पाए।
इस जीत के साथ कोलकाता नाइट राइडर्स 14 अंकों के साथ अच्छे रन रेट की वजह से अंक तालिका में दूसरे स्थान पर पहुंच गई। वहीं पुणे छह अंकों के साथ आईपीएल से बाहर हो गई। पुणे को खेलने के लिए और दो मैच बचे हुए हैं लेकिन अगर पुणे यह दो मैच जीत भी जाती है तब भी नॉक आउट स्टेज तक नहीं पहुंच पाएगी। अंक तालिका में सन राइजर्स हैदराबाद 14 अंकों के साथ सबसे ऊपर है, दूसरे स्थान पर 14 अंकों के साथ कोलकाता नाइट राइडर्स , तीसरे स्थान पर 14 अंकों के साथ गुजरात लायंस है और चौथे स्थान पर 12 अंकों के साथ दिल्ली डेयरडेविल्स है।
2008 से लेकर 2015 तक धोनी चेन्नई सुपरकिंग्स के कप्तान रहे और आठों संस्करण में हर बार टीम का शानदार प्रदर्शन रहा। आठ में से छह बार उन्होंने टीम को फाइनल तक पहुंचाया जिसमें दो बार चेन्नई ने आईपीएल की ट्रॉफी हासिल की और दो बार सेमीफाइनल तक पहुंची। यह पहली बार हुआ जब आईपीएल में धोनी की कप्तानी में कोई टीम नॉक आउट स्टेज तक पहुंचने से पहले ही बाहर हो गई।
टीम की बाहर होने की सबसे बड़ी वजह रही अच्छे खिलाड़ियों की कमी, चेन्नई सुपर किंग्स के ब्रेंडन मैक्कुलम, ड्वेन स्मिथ, डैरेन ब्रावो, रविंद्र जडेजा, सुरेश रैना जैसे शानदार खिलाड़ी गुजरात लायंस के टीम में चले गए। दूसरी वजह यह थी कि चोट की वजह से टीम के कुछ शानदार बल्लेबाज़ों जैसे केविन पीटरसन, स्टीव स्मिथ और मिशेल मार्श जैसे खिलाड़ी बाहर हो गए। तीसरी सबसे बड़ी वजह ख़राब गेंदबाज़ी को बताया जा रहा है। पुणे की टीम में ज्यादा अच्छे गेंदबाज़ नहीं थे, अच्छे स्कोर खड़े करने के बावजूद भी ख़राब गेंदबाज़ी ने टीम को कई मैच हरा दिए। सबसे अनुभवी गेंदबाज़ रविचंद्रन अश्विन नहीं चले, उनकी ख़राब फॉर्म धोनी के लिए सबसे बड़ा चिंता का कारण रही।
महेंद्र सिंह धोनी ने ख़राब बल्लेबाजी को हार की वजह बताया। धोनी का कहना था कि अगर स्कोर 135-140 बन जाता तो इस मैदान पर यह अच्छा स्कोर होता लेकिन लगातार विकेट गिरने की वजह से लोवर आर्डर बल्लेबाज़ों के ऊपर दवाब बढ़ गया। धोनी का कहना था टॉप आर्डर से किसी को अच्छी बल्लेबाजी करनी चाहिए थी और ऐसे स्लो विकेट पर एक अच्छे साझेदारी की ज़रूरत थी। महेंद्र सिंह धोनी ने इस हार के लिए बारिश के साथ-साथ खिलाड़ियों के जख़्मी होने को भी एक कारण बताया।