लखनऊ:  भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि अखिलेश सरकार राज्य की सत्ता में अपने तीन वर्ष पूरे करने के बाद भी बसपा शासनकाल में हुए घोटालों के आरोपियों को सेफपैसेज देने में जुटी है। पार्टी प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव प्रदेश के विधानसभा चुनावों के समय जनता से किये अपने वादों को भूल गये है। जिसमें उन्होंने कहा था कि राज्य की सत्ता में आने पर बसपा शासनकाल में हुए घपलो, घोटालों की जांच के लिए आयोग का गठन किया जायेगा।

प्रदेश प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने बसपा शासनकाल में पिछड़ा क्षेत्र अनुदान निधि (बी.आर.जी.एफ.) योजनान्गर्त हुए घपलो, घोटालों के खुलासों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि बसपा शासनकाल में हुए घोटाओं पर अखिलेश सरकार की चुप्पी भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ी कार्यवाही के मुख्यमंत्री के दावों पर सवाल खड़े करती है। उन्होंने कहा विधानसभा चुनाव में बड़े जोर-शोर से बसपा शासनकाल में हुए घपलो, घोटालों की जांच के लिए आयोग गठित करने का दावा करने वाली समाजवादी पार्टी की सरकार ने अभी तक घोटालों के आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही तो दूर उनकों चिन्हित भी नहीं किया है।

श्री पाठक ने कहा राज्य में बारी-बारी से सत्ता संभालने वाली सपा-बसपा ने सत्ता में रहते हुए सिर्फ जन-धन की लूट की है। इन दोनों दलों ने सत्ता में आने पर एक दूसरे के खिलाफ कार्यवाही के दावे तो खूब किये लेकिन सत्ता मिलने पर एक दूसरे को बचाने का ही काम किया। अखिलेश सरकार ने जनता को बरगलाने के लिए बी.आर.जी.एफ. योजना के कामों की जांच ई.ओ.डब्लू. से कराने का ऐलान तो किया लेकिन बाद मंे अपने ही फैसले को पलट कर जिलाधिकारियों के माध्यम से जांच कराई। उन जांचो को भी पूरा करने में दो साल से अधिक का समय लग गया। लेकिन जब जांच रिपोर्ट आयी तो सरकार दोषियों के खिलाफ कार्यवाही करने के बजाय उनकों बचाने में जुट गई।

भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि बी.आर.जी.एफ. योजना में जिस तरह के घपले, घोटाले सामने आये है वे हैरतगेज करने वाले है। उन्होंने राज्य सरकार से मांग की कि योजना में हुए घपलो, घोटालों की जांच को तत्काल पूरा करवाते हुए दोषियों को चिन्हित कर उनके विरूद्ध सख्त से सख्त कार्यवाही करें।