श्रेणियाँ: लखनऊ

आम बजट कमजोर वर्गों के हितों पर कुठाराघात: कांग्रेस

लखनऊ: केन्द्र की एनडीए सरकार द्वारा आज संसद में पेश किये गये आम बजट पर उ0प्र0 कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डाॅ0 निर्मल खत्री ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि मोदी सरकार का यह आम बजट पूरी तरह निराशाजनक, मध्यम वर्ग एवं आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के हितों पर कुठाराघात है। जिस प्रकार करोड़पतियों से वेल्थ टैक्स समाप्त कर एवं आने वाले समय में कार्पोरेट टैक्स को कम करने के प्राविधान से तो यही साबित हुआ है कि यह बजट सिर्फ पूंजीपतियों और औद्योगिक घरानों को खुश करने के उद्देश्य को ध्यान मंे रखकर बनाया गया है। कुल मिलाकर यह बजट देश की आम जनता के साथ विश्वासघात है। 

डाॅ0 खत्री ने कहा कि प्रदेश एवं देश के आर्थिक रूप से कमजोर एवं मध्यमवर्गीय जनता को वर्तमान केन्द्र सरकार से अपने चुनावी वादों पर खरे उतरते हुए इन्कम टैक्स की सीमा को बढ़ाये जाने की उम्मीदें लगी थीं, जिस पर एक तरफ जहां पानी फिर गया है वहीं दूसरी तरफ सर्विस टैक्स को बढ़ाये जाने से पड़ने वाले अतिरिक्त आर्थिक भार पड़ने से ठगा महसूस कर रहा है।

डाॅ0 खत्री ने कहा कि मूलभूत सुविधाएं जैसे शिक्षा, उच्च शिक्षा, चिकित्सा शिक्षा जैसे क्षेत्रों के लिए बजट में की धनराशि का प्राविधान बहुत कम है इससे इन क्षेत्रों में देश व प्रदेश की आम जनता को विकास के नाम पर एक बार पुनः धोखा ही मिला है। जिससे प्रदेश एवं देश का युवा वर्ग हतोत्साहित हुआ है।  

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री ने चुनाव के दौरान अपने हर भाषण में इन्कम टैक्स की सीमा पांच लाख रूपये करने की बात कही थी, वह सिर्फ कोरे वादे ही साबित हुए।

Share

हाल की खबर

सरयू नहर में नहाने गये तीन बच्चों की मौत, एक बालिका लापता

मृतको में एक ही परिवार की दो सगी बहने, परिजनो में मचा कोहरामएसडीएम-सीओ समेत पुलिस…

मई 1, 2024

बाइक सवार दोस्तों को घसीट कर ले गई कंबाइन मशीन, एक की मौत, दूसऱे की हालत गंभीर ,लखनऊ रेफर

बाइक सवार मित्रों को गांव से घसीटते हुए एक किलो मीटर दूर ले गई,सहमे लोग…

मई 1, 2024

एचडीएफसी बैंक के पेजैप ऐप को ‘सेलेंट मॉडल बैंक’ का पुरस्कार मिला

मुंबईएचडीएफसी बैंक के मोबाइल ऐप पेज़ैप (PayZapp) को 'सेलेंट मॉडल बैंक' अवार्ड मिला है। एचडीएफसी…

मई 1, 2024

पत्रकारों के पेंशन और आवास की समस्या का होगा समाधानः अवनीष अवस्थी

-कम सैलरी में पत्रकारों का 24 घंटे काम करना सराहनीयः पवन सिंह चौहान -यूपी वर्किंग…

मई 1, 2024

पिक्चर तो अभी बाक़ी है, दोस्त!

(व्यंग्य : राजेंद्र शर्मा) हम तो पहले ही कह रहे थे, ये इंडिया वाले क्या…

मई 1, 2024

आज के दौर में ट्रेड यूनियन आंदोलन और चुनौतियां

(अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस पर विशेष आलेख : संजय पराते) आजादी के आंदोलन में ट्रेड यूनियनों…

मई 1, 2024