पर्थ: पहले दो मैचों में दमदार प्रदर्शन की बदौलत पाकिस्तान और दक्षिण अफ्रीका को हराने के बाद गत चैम्पियन भारत कल यहां कमजोर समझे जाने वाले संयुक्त अरब अमीरात के खिलाफ होने वाले विश्व कप के अपने तीसरे ग्रुप मैच में जीत की हैट्रिक बनाने के इरादे से उतरेगा।

विश्व चैम्पियन भारत को यूएई के खिलाफ जीत का प्रबल दावेदार माना जा रहा है जिसने अपने पहले दो मैचों में पाकिस्तान और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ क्रमश: 76 और 130 रन की बड़ी जीत दर्ज की। पहले दो मैचों में बल्लेबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया है जबकि गेंदबाजों का प्रदर्शन भी उम्मीद से बेहतर रहा है। भारत हालांकि इस मैच में तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी के बिना उतरेगा जिनके घुटने में चोट है। इससे हालांकि यूएई के खिलाफ भारत की गेंदबाजी में अधिक अंतर नहीं पड़ने वाला।

बेहतरीन प्रदर्शन कर रही महेंद्र सिंह धोनी की टीम की नजरें अब अपने ग्रुप में शीर्ष पर स्थिति मजबूत करने पर टिकी हैं क्योंकि ऐसी स्थिति में उन्हें क्वार्टर फाइनल में ग्रुप ए में चौथे स्थान पर रहने वाली टीम से भिड़ना होगा। यूएई के खिलाफ मैच टीम इंडिया को एक और बड़ी जीत दर्ज करने का मौका देगा और साथ ही टीम रन गति भी बेहतर कर सकती है।

विराट कोहली पहले दो मैचों में शतक और 46 रन की पारी के साथ फार्म में वापसी कर चुके हैं जबकि शिखर धवन ने पाकिस्तान के खिलाफ अर्धशतक जड़ने के बाद दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अपने करियर का सबसे बड़ा शतक बनाया। अजिंक्य रहाणे और सुरेश रैना भी योगदान देने में सफल रहे हैं।

भारत के शीर्ष छह में से चार बल्लेबाज फार्म में है और यह यूएई के अनुभवहीन गेंदबाजी आक्रमण के लिए अच्छी खबर नहीं है। यूएई के कप्तान मोहम्मद तौकीर 43 साल और 43 दिन की उम्र के साथ टूर्नामेंट के दूसरे सबसे उम्रदराज खिलाड़ी हैं लेकिन वह 2004 में एशिया कप में दाम्बुला में भारत के खिलाफ पदार्पण के बाद सिर्फ सात एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच खेल पाए हैं। टीम के सबसे उम्रदराज क्रिकेटर पूर्व कप्तान खुर्रम खान हैं जो 43 साल और 250 दिन के हैं।

टीम के तीन गेंदबाजों असांका गुरूगे, मोहम्मद नावीद और अमजद जावेद ने 10 से कम एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं और धोनी, कोहली और रहाणे जैसे बल्लेबाजों के सामने उनकी राह आसान नहीं होगी। यूएई के खिलाफ भारतीय बल्लेबाजों के पास अपनी औसत में सुधार करने का मौका भी देगा। साथ ही सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा के पास फार्म में वापसी का मौका होगा। वह पाकिस्तान के खिलाफ 15 ही रन बना पाए थे जबकि दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खाता खोले बिना रन आउट हो गए।

एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों में सर्वश्रेष्ठ व्यक्तिगत पारी का रिकार्ड बनाने वाले रोहित यूएई के खिलाफ बड़ी पारी खेलने के इरादे से उतरेंगे जिसके गेंदबाज जिंबाब्वे और आयरलैंड जैसी तुलनात्मक कमजोर टीमों के खिलाफ 285 और 278 रन के स्कोर का बचाव करने में विफल रहे। कप्तान धोनी भी पिछले कुछ समय से खराब फार्म में जूझ रहे हैं। वह भी वेस्टइंडीज के खिलाफ मुकाबले से पूर्व कुछ रन बनाना चाहेंगे।

कमजोर टीमों के खिलाफ बेंच स्ट्रैंथ का परीक्षण करने की मांग के बीच धोनी के विजयी संयोजन में बदलाव करने की उम्मीद नहीं है। शमी की जगह स्टुअर्ट बिन्नी या भुवनेश्वर कुमार को मौका दिया जा सकता है। तेज गेंदबाजों में उमेश यादव (दो मैचों में दो विकेट) को लाइन और लेंथ को लेकर कुछ परेशानी झेलनी पड़ी है लेकिन उन्होंने अच्छी गति के साथ गेंदबाजी की है।

भारत के लिए महत्वपूर्ण हालांकि टीम के तीसरे तेज गेंदबाज मोहित शर्मा का प्रदर्शन रहा है जो दो मैचों में चार विकेट चटका चुके हैं। इशांत शर्मा की चोट और भुवनेश्वर कुमार के फिट नहीं होने के कारण टीम में जगह बनाने वाले मोहित ने मौके का काफी अच्छा फायदा उठाया है। रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा की स्पिन जोड़ी ने प्रभावी प्रदर्शन करके कप्तान धोनी की चिंता कम की है।

यूएई के लिए हालांकि यह सकारात्मक खबर है कि पहले दोनों मैचों में टीम 275 से अधिक रन बनाने में सफल रही है लेकिन नकारात्मक चीज यह है कि दोनों ही मैचों में उसके गेंदबाज इस स्कोर का बचाव करने में विफल रहे। बल्लेबाजी में टीम की ओर से शायमान अनवर ने शानदार प्रदर्शन करते हुए जिंबाब्वे के खिलाफ 67 रन बनाए और फिर आयरलैंड के खिलाफ 83 गेंद में 106 रन की पारी खेली।

टीम के पास विकेटकीपर बल्लेबाज स्वप्निल पाटिल भी हैं जो एक समय जूनियर स्तर के क्रिकेट में रहाणे के खिलाफ खेल चुके हैं। यूएई को हालांकि भारत को हराने के लिए करिश्मे की उम्मीद करनी होगी।

टीमें इस प्रकार हैं: भारत( महेंद्र सिंह धोनी) :कप्तान:, रोहित शर्मा, शिखर धवन, विराट कोहली, सुरेश रैना, अजिंक्य रहाणे, रविंद्र जडेजा, रविचंद्रन अश्विन, मोहित शर्मा, उमेश यादव, अक्षर पटेल, अंबाती रायुडू, स्टुअर्ट बिन्नी और भुवनेश्वर कुमार।

यूएअई: (मोहम्मद तौकीर) :कप्तान:, अमजद अली, अमजद जावेद, आंद्री बेरेनगर, फहद अलहाशमी, असांका गुरूगे, खुर्रम खान, कामरान शहजाद, कृष्णा चंद्रन, मोहम्मद नावीद, नासिक अजीज, स्वप्निल पाटिल, शायमान अनवर, रोहन मुस्तफा और सकलेन हैदर।