हैदराबाद: अमेरिका ने सोमवार को कहा कि निवेशक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के उठाए कदमों के नतीजों का बड़ी ही व्याकुलता के साथ इंतजार कर रहे हैं। अमेरिकी राजदूत रिचर्ड वर्मा ने यहां इंडियन बिजनेस स्कूल में एक कार्यक्रम में कहा कि भारत में निवेशकों का भरोसा अभी तक कमजोर है।
उन्होंने कहा कि हम जानते हैं कि प्रधानमंत्री ने नौकरशाही प्रक्रियाओं को तेजी से युक्तिसंगत किया है। वर्मा ने एक बातचीत का हवाला देते हुए कहा कि एक होटल मालिक ने उन्हें बताया कि भारत में एक होटल बनाने के लिए 80 परमिट लेना होता है, जबकि सिंगापुर में इसके लिए मात्र छह परमिट लेना होता है।
उन्होंने रिपोर्टों का हवाला देते हुए कहा कि भारतीय अदालतों में तीन से चार करोड़ मामले लंबित हैं।
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