नई दिल्ली: मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी) के शोधकर्ताओं ने एक शोध पेश किया है जो काफी डराने वाला है। एमआईटी के अध्ययन के अनुसार अगर कोई वैक्सीन या दवाई नहीं बनती है तो भारत में 2021 की सर्दियों के अंत तक प्रति दिन कोरोना के 2 लाख 87 हजार मामले सामने आ सकते हैं।

शोधकर्ताओं ने क्या कहा
एमआईटी के स्लोन स्कूल ऑफ मैनेजमेंट के शोधकर्ता हाजिर रहमानदाद, टीवाई लिम और जॉन स्टरमैन द्वारा किए गए अध्ययन के अनुसार, दुनिया में 2021 में वसंत के मौसम तक 24.9 करोड़ मामले और 18 लाख मौतें हो सकती हैं। शोधकर्ताओं ने साफ कहा है कि ये अनुमानित आंकड़े वैक्सीन की खोज नहीं होने और इलाज की उपलब्धता के अभाव के मद्देनजर पेश किए गए हैं। इस स्टडी में विश्व की कुल आबादी का 60 प्रतिशत शामिल है।

अमरीका को पार कर सकता है भारत
अध्ययन में दावा किया गया है कि बिना वैक्सीन या उपचार के अगले साल (मार्च-मई) तक 24.9 करोड़ से ज्यादा मामले और 18 लाख मौतें हो सकती हैं। अमेरिका में अभी कोरोना के 30 लाख से अधिक मामले है, शोधकर्ताओं का मानना है कि भारत जल्द ही इसे पार कर जाएगा।

अमरीका होगा दुसरे नंबर पर
अध्ययन के अनुसार, फरवरी 2021 के अंत तक अमेरिका सबसे ज्यादा नए मामलों में दूसरे नंबर पर होगा (प्रति दिन 95,000 मामले), इसके बाद दक्षिण अफ्रीका (प्रति दिन 21,000 मामले), ईरान (प्रति दिन 17,000 मामले) और इंडोनेशिया (13,000 मामले प्रति दिन)।

12 गुना अधिक है वास्तविक संख्या
एमआईटी शोधकर्ताओं का दावा है कि मामलों की वास्तविक संख्या 12 गुना अधिक है, और इस वायरस से जो मौतें हो रही हैं वो रिपोर्ट की गई मौतों की तुलना में 50 प्रतिशत ज्यादा हैं।