लखनऊ: भाकपा(माले) रेड स्टार का दसवां महाधिवेशन 25 फरवरी से 2 मार्च  तक लखनऊ में आयोजित किया जा रहा है। 25 फरवरी को लाल सलाम रैली के साथ महाधिवेशन आरम्भ होगा। रैली चारबाग रेल्वे स्टेशन से सुबह 11 बजे आरम्भ होगी तथा दोपहर 2.30 से बाल संग्रहालय लाॅन में जन सभा होगी, जिसे पार्टी के महासचिव कामरेड के.एन. रामचन्द्रन एवं विभिन्न राज्यों के अग्रणी कामरेड सम्बोधित करेंगे। पार्टी का पांच-दिवसीय महाधिवेशन 26 फरवरी से 2 मार्च तक बेगम हजरत महल-उदा देवी नगर (गंाधी भवन) में आयोजित किया जायेगा, जिसमें 20 राज्यों से करीब 250 प्रतिनिधि तथा भारत के क्रांतिकारी वामपंथी एवं जनवादी संगठनों के प्रतिनिधि एवं विदेशों के बिरादराना संगठनों के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे।

वर्तमान समय में केन्द्र मंे सत्तारूढ़ मोदी सरकार नव-उदारवादी नीतियों को तेजी से लागू कर रही है और सभी क्षेत्रों में कारपोरेट लूट को बढ़ावा दे रही है। दूसरी तरफ, संघ परिवार द्वारा जनता का ध्यान भटकानेे तथा उनके बीच फूट डालने के लिए साम्प्रदायिक उन्माद पैदा किया जा रहा है। कांग्रेस, जिसने औपचारिक आजादी के बाद से अब तक देश पर करीब 68 साल राज किया है, तथा विभिन्न राज्यों में सत्तासीन क्षेत्रीय एंव जाति-आधारित पार्टियां, ये सभी उस कारपोरेट-भूस्वामी राज के हिस्से हैं जो साम्राज्यवाद के प्रति नव-उपनिवेशिक दासता को बढ़ावा दे रही है। इनकी नीतियां जनता को कंगाली की ओर ढकेल रही है। इसके साथ ही, एक तरफ भाकपा-माकपा जैसी दक्षिणपंथी अवसरवादी पार्टियों के नेतृत्व वाला ‘‘वाम मोर्चा’’ और अराजक भाकपा(माओवादी) ने कम्युनिस्ट आन्दोलन को कलंकित और कमजोर किया है, जिसका देश में जन संघर्षों की अगुवाई का गौरवशाली इतिहास रहा है। इस परिस्थिति में, भाकपा(माले) रेड स्टार के दसवें महाधिवेशन में कम्युनिस्ट आन्दोलन के उक्त दोनों भटकावों का मुकाबला कर अखिल भारतीय स्तर पर पार्टी का पुनर्गठन करने के लिए तथा मोदी सरकार के खिलाफ संघर्ष कर जनपक्षीय विकल्प का निर्माण करने के लिए क्रांतिकारी वामपंथी और जनवादी ताकतों को एकजुट करते हुए लोकतांत्रिक जन मंच (डी.पी.एफ.) को सुदृढ़ बनाने की कार्यनीति तैयार की जायेगी। 

महाधिवेशन की प्रक्रिया में 2 जनवरी को पश्चिम बंगाल में सक्रिय भाकपा(माले) रेड फ्लैग के पार्टी में शामिल होने से पार्टी निर्माण की प्रक्रिया को बल मिला है। पार्टी की वैचारिक-राजनीतिक दिशा, पार्टी एवं जन संगठनों के नेतृत्व में छेड़े गये जाति उन्मूलन आन्दोलन, पर्यावरण संरक्षण आन्दोलन, विस्थापन विरोधी आन्दोलन जैसे विभिन्न आन्दोलन तथा अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर आईकोर (क्रांतिकारी पार्टियों एवं संगठनों के अन्तरराष्ट्रीय समन्वय) की स्थापना ने सभी सच्चे कम्युनिस्ट क्रांतिकारियों को एकजुट करने और पार्टी को सुदृढ़ बनाने के कार्य को एक नया आवेग प्रदान किया है। पार्टी महाधिवेशन में भारतीय क्रांति के रास्ते पर भी चर्चा होगी जिसमें देशव्यापी जनउभार के लिए जनता को गोलबन्द करने के लिए संघर्ष के संसदीय एवं गैर-संसदीय स्वरूपों को विकसित करने का आव्हान किया गया है, ताकि साम्राज्यवाद की सेवा कर रही मौजूदा कारपोरेट-भूस्वामी राजसत्ता की जगह जनता की जनवादी राजसत्ता की स्थापना की जा सके जो सभी किस्म के शोषण का अंत कर जनता की सभी बुनियादी अधिकारों और जरूरतों को पूरा करेगी।

26 जनवरी की सुबह 10 बजे महाधिवेशन का उद्घाटन सत्र होगा जिसे पार्टी महासचिव तथा भारत एवं विदेशों के बिरादराना संगठनों के प्रतिनिधि सम्बोधित करेंगे। इसके अलावा, खुले सत्र के रूप में 26 फरवरी की शाम 5 बजे से ‘‘कम्युनिस्ट एकता और क्रांतिकारी वाम व जनवादी मंच का निर्माण’’, 28 फरवरी की शाम 5 बजे से ‘‘सर्वहारा अन्तरराष्ट्रीयतावाद और आईकोर’’ तथा 1 मार्च की शाम 5 बजे से ‘‘कारपोरेट विकास नीति के चलते वैश्विक गरमाहट के संदर्भ में हिमालय और तराई का संकट’’ विषय पर सेमिनार आयोजित किया गया है। इन सेमिनारों को इन क्षेत्रों में कार्यरत प्रख्यात नेता एवं बुद्धिजीवि सम्बोधित करेंगे।

भाकपा(माले) रेड स्टार सभी प्रगतिशील ताकतों तथा वामपंथी जनता से अपील करती है कि वे कारपोरेट लूट और साम्प्रदायिकता के खिलाफ संघर्ष में पार्टी के साथ एकजुट हों तथा दसवंे पार्टी महाधिवेशन को भव्य रूप से सफल बनाने के लिए सब तरह से सहयोग करें।