युवराज को मिले 16 करोड़, संगकारा को नहीं मिले खरीदार

बेंगलूर : भारतीय हरफनमौला युवराज सिंह इंडियन प्रीमियर लीग में सबसे महंगे बिकने वाले खिलाड़ी बन गए जिन्हें दिल्ली डेयरडेविल्स ने आज आठवें सत्र के लिए खिलाड़ियों की नीलामी में 16 करोड़ रुपए में खरीदा जबकि गुमनाम से खिलाड़ी के सी करियप्पा का महंगा बिकना हैरानी का सबब रहा।

युवराज के लिये चार टीमों के बीच बोली की होड़ लगी जिसमें दिल्ली ने बाजी मारते हुए उसे रिकॉर्ड दाम में खरीदा। पिछले साल रॉयल चैलेंजर्स बेंगलूर ने युवराज को 14 करोड़ रुपए में खरीदा था। उसका 16 करोड़ रुपए में बिकना हैरानी की बात रही क्योंकि अब वह भारतीय टीम का हिस्सा भी नहीं है हालांकि मौजूदा शानदार फॉर्म के चलते टीमों ने उनमें रूचि दिखाई।

दिल्ली के कोच गैरी कर्स्टन ने कहा, हमने पिछले साल से सबक लिया है और यदि हमें कोई खिलाड़ी चाहिए तो उसके लिए उंची बोली लगाने से हम नहीं हिचकिचाए। हमें हर हालत में युवराज को खरीदना था और यह उनके लिए भी अच्छा है। विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलूर ने 10 करोड़ 50 लाख रुपए में खरीदा। खिलाड़ियों की नीलामी के दौरान प्रीति जिंटा, पूर्व क्रिकेटर अनिल कुंबले, रिकी पोंटिंग, स्टीफन फ्लेमिंग और वीवीएस लक्ष्मण भी मौजूद थे।

बीस बरस के आफ स्पिनर करियप्पा ने अभी तक एक भी प्रथम श्रेणी मैच नहीं खेला है। उसे कोलकाता नाइट राइडर्स ने दो करोड़ 40 लाख रुपए में खरीदा जो आज की नीलामी का सबसे बड़ा ‘सरप्राइज’ रहा। वहीं पूल में तीन बार डाले जाने के बावजूद कुमार संगकारा को किसी ने नहीं खरीदा।

श्रीलंका के कप्तान एंजेलो मैथ्यूज को दिल्ली डेयरडेविल्स ने साढे सात करेाड़ रुपए में खरीदा। वहीं न्यूजीलैंड के ट्रेंट बोल्ट (सनराइजर्स हैदराबाद, 3.80 करोड़), भारतीय लेग स्पिनर अमित मिश्रा (दिल्ली डेयरडेविल्स, 3.50 करोड़), ऑस्ट्रेलिया के सलामी बल्लेबाज आरोन फिंच (मुंबई इंडियंस, 3.20 करोड़) को भी अच्छे दाम मिले। श्रीलंका के महेला जयवर्धने और तिलकरत्ने दिलशान, दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाज हाशिम अमला और न्यूजीलैंड के रोस टेलर को नीलामी के शुरुआती दौरों में किसी ने नहीं खरीदा। भारतीय तेज गेंदबाज जहीर खान शुरुआती दौर में बिक नहीं सके लेकिन बाद में उन्हें दिल्ली डेयरडेविल्स ने चार करोड़ रुपए में खरीदा। आज 88 खिलाड़ियों की नीलामी हुई जिन पर टीमों ने 87 करोड़ 60 लाख रुपए खर्च किए। युवराज का बेसप्राइज दो करोड़ रुपए था जिनके लिए दिल्ली डेयरडेविल्स और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलूर के बीच जमकर बोली लगी। पिछली बार बेंगलूर ने उसे 14 करोड़ में खरीदा था।

इससे पहले भारत की विश्व कप 2011 जीत के नायक युवराज के लिए राजस्थान रॉयल्स और किंग्स इलेवन पंजाब ने भी बोलियां लगाई थी लेकिन कीमत सात करोड़ रुपए से उपर जाने पर ये दोनों टीमें पीछे हट गई। दिल्ली के पास नीलामी में भाग ले रही आठों टीमों में से सबसे ज्यादा 39.75 की कुल राशि थी। उसने मैथ्यूज को भी साढे सात करोड़ रुपए में खरीदा।

बेंगलूर ने कार्तिक को पिछली बार के उसके दाम से 1.5 करोड़ कम में खरीदा। इंग्लैंड के पूर्व कप्तान केविन पीटरसन को सनराइजर्स हैदराबाद ने दो करोड़ रुपए की बेसप्राइज में खरीदा। पीटरसन को पिछली बार दिल्ली ने नौ करोड़ रुपए में खरीदा था।

भारतीय सलामी बल्लेबाज मुरली विजय को पंजाब ने तीन करोड़ में, इंग्लैंड के वनडे कप्तान इयोन मोर्गन को हैदराबाद ने डेढ करोड़ में और न्यूजीलैंड के केन विलियमसन को हैदराबाद ने 60 लाख रुपए में खरीदा। न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट को 3.8 करोड़ रुपए में खरीदा गया जबकि उनका बेसप्राइज 50 लाख रुपए था। उन्हें सनराइजर्स हैदराबाद ने खरीदा।

भारतीय तेज गेंदबाज प्रवीण कुमार के लिए भी जमकर बोली लगी। आखिर में हैदराबाद ने उन्हें 2.20 करोड़ में खरीदा। हैदराबाद ने इंग्लैंड के हरफनमौला रवि बोपारा को भी एक करोड़ रुपए में खरीदा। वेस्टइंडीज के डेरेन सैमी और दक्षिण अफ्रीका के डेविड वेइसी को रायल चैलेंजर्स बेंगलूर ने 2 करोड़ 80 लाख रुपए में खरीदा। आरसीबी ने ऑस्ट्रेलिया के युवा तेज गेंदबाज सीन एबट को भी एक करोड़ रुपए में खरीदा।

ऑस्ट्रेलिया के माइकल हस्सी को चेन्नइ सुपर किंग्स ने 1.5 करोड़ रुपए में खरीदा। भारतीय मूल के ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज गुरिंदर संधू को दिल्ली डेयरडेविल्स ने एक करोड़ 70 लाख रुपए में खरीदा। वहीं जयदेव उनादकट को उसने एक करोड़ 10 लाख रुपए में खरीदा। स्पिनर प्रज्ञान ओझा को मुंबई इंडियंस ने 50 लाख रुपए में खरीदा।

राजस्थान रॉयल्स ने दक्षिण अफ्रीका के क्रिस्टोफर मौरिस को एक करोड़ 40 लाख रुपए में खरीदा। भारतीयों में चेतेश्वर पुजारा, पंकज सिंह और मुनाफ पटेल को भी खरीदार नहीं मिला जबकि विदेशी खिलाड़ियों में ब्रॉड हॉज, एलेक्स हेल्स, कैमरून व्हाइट, ल्यूक रोंची और मलरेन सैमुअल्स नहीं बिके।