नई दिल्ली। दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने दिल्ली चुनाव में पार्टी को मिली हार का ठीकरा अजय माकन के सिर फोड़ा है। कांग्रेस चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष अजय माकन पर उन्होंने आरोप लगाया कि वह किसी को साथ लेकर ही नहीं चले। एक टीवी चैनल से बात करते हुए शीला ने माकन के काम करने के तरीकेे की तीखी आलोचना की और कहा कि वह इस चुनाव पर अपना ध्यान केंद्रित ही नहीं कर पाए और पार्टी के किसी बड़े नेता को साथ लेकर नहीं चले। साथ ही कहा कि अजय माकन क े बारे में क्या कहूं, मुझे उन पर तरस आ रहा है। 

उन्होंने विधानसभा के चुनाव प्रचार के लिए पार्टी की रणनीति की भी आलोचना की और कहा कि यदि वह इसमें शामिल होती तो स्थिति कुछ और बनती। उन्होंने कहा कि प्रचार के दौरान ऎसा कोई संदेश नहीं गया कि कांग्रेस का प्रचार हो रहा है। उनका कहना था कि प्रचार में पार्टी के सभी बड़े नेताओं को शामिल करना चाहिए था। हालांकि, पार्टी ने दीक्षित के बयान को खारिज किया और कहा कि पार्टी की हार के लिए कोई एक नेता नहीं बल्कि सभी जिम्मेदार हैं। 

दीक्षित ने कहा कि पार्टी की प्रचार के लिए कोई रणनीति नहीं थी और शायद इसी वजह से पार्टी का मनोबल पूरी तरह से टूट गया था। हालांकि, उन्होंने इस अवधारणा को गलत बताया कि पार्टी दिल्ली में खत्म हो चुकी है। इससे पहले उन्होंने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी का बचाव करते हुए कहा कि राहुल गांधी को इस हार के लिए जिम्मेद ार नहीं ठहराया जा सकता। उनका कहना था कि राहुल गांधी की तरफ उंगुली नहीं उठाई जानी चाहिए। आखिर नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह भी तो इस चुनाव में हारे हैं।

पार्टी के दिल्ली प्रभारी रहे चुके पीसी चाको ने दीक्षित के बयान को गलत बताया और कहा कि यह किसी की आलोचना करने का समय नहीं है। यह समय पार्टी की स्थिति पर विचार करने का है और जिस स्तर पर पार्टी पहुंची है उसे वहां से उठाने का है। पार्टी की हार के लिए सभी बराबर जिम्मेदार हैं।