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मंहगाई रोकने पर केंद्र, प्रदेश सरकारों का है ढुलमुल रवैय्या: रालोद

लखनऊ। राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश अध्यक्ष मुन्ना सिंह चौहान ने कहा कि केन्द्र और प्रदेश सरकार के ढुलमुल रवैये के कारण ही उपभोक्ताओं को मंहगाई का अतिरिक्त बोझ झेलना पड़ रहा है जिससे उन्हें अपने दैनिक जीवन यापन में काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। 

चौहान ने कहा कि कच्चे तेल में गिरावट से देश में डीजल और पेट्रोल की कीमतो में कटौती से जनता राहत की सांस ले रही है। कच्चे तेल की कीमत मौजूदा समय में 56 डाॅलर प्रति बैरल के स्तर पर है जबकि जनवरी में इसके दाम 45 डाॅलर प्रति बैरल तक था। उन्होंने कहा कि केन्द्र एवं प्रदेश सरकार को अर्थव्यवस्था नीति में सुधार लाते हुये बजट में ऐसे प्रावधान करने चाहिए जिससे जनता को रेल भाड़ा, माल भाड़ा, बस किराया के साथ साथ दैनिक उपयोग की वस्तुएं दाले, सब्जी भी कम दामों पर मुहैया हो सके तथा किसानों को उनकी लागत के अनुसार गेंहू तथा धान का वाजिब मूल्य मिल सके। 

चौहान ने कहा कि केन्द्र एवं प्रदेश सरकार की नीतियां उपभोक्ताओं तथा किसानों को लाभ पहंुचाने के बजाय उद्योगपतियों तथा बिल्डरों को लाभ पहंुचाने वाली हैं। उन्होंने कहा कि 8 माह पूर्व केन्द्र में काबिज हुई सरकार ने दावा किया था कि सी0एन0जी0 के दाम नहीं बढ़ाए जाएंगे। लेकिन अब सरकार द्वारा सी0एन0जी0 50.50 रूपये करके पुनः दाम बढाने से पहले से घटिया आपूर्ति झेल रहे नागरिकों को पुनः परेशान होना पड़ेगा। डीजल, पेट्रोल और रसोई गैस के दामों में बढ़ोत्तरी न हो इसके लिए दोनों सरकारों को ठोस कदम उठाना चाहिए। यदि केन्द्र और प्रदेश सरकारों ने उपभोक्ताओं को हितों को ध्यान में रखकर बजट पेश न किया तो राष्ट्रीय लोकदल इसका विरोध करके आन्दोलन करने को बाध्य होगा।

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