मुंबई: मास्टर ब्लास्टर टीम इंडिया के लिए एक बार फिर बैटिंग करने को बेताब हैं, लेकिन इस बार बतौर बल्लेबाज नहीं, बल्कि बतौर क्रिकेट प्रेमी। धोनी की कप्तानी में खिताब बचाने उतरी टीम के लिए उनके संदेश साफ है, खेल का लुत्फ उठाओ और पूरे दम खम से प्रदर्शन करो।

मुंबई में एक निजी कंपनी के कार्यक्रम के दौरान सचिन तेंदुलकर ने टीम इंडिया के लिए ऑटोग्राफ दिया, जिसमें लिखा था, खेल का लुत्फ उठाओ, अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करो, हम तुम्हारे साथ हैं। वर्ल्ड कप की प्रमोशनल ट्रॉफी हाथ में पकड़ते हुए सचिन ने अपने करियर के हर पल को याद किया।

1983 में जब टीम इंडिया ने पहली बार खिताब अपने नाम किया, और 1992 से 2011 तक वर्ल्ड कप में अपने व्यक्तिगत सफर को भी और कहा मेरे लिए वर्ल्ड कप के सफर की शुरुआत 1983 में हो गई थी, जब मैंने वेस्ट इंडीज के ख़िलाफ वो शानदार फाइनल मैच देखा था। फिर लॉर्ड्स की बालकनी में कपिल देव के हाथ में वर्ल्डकप ट्रॉफी।

मेरा दूसरा अनुभव भी बहुत अच्छा था, मैं बतौर बॉल ब्वॉय वानखेड़े स्टेडियम में भारतीय क्रिकेट के सारे सितारों को बहुत करीब से देखने में कामयाब हुआ। फिर ज़िंदगी अपनी पूरी धुरी पर घूमी और मैं 2011 वर्ल्डकप का ब्रांड एंबेसडर भी बना। 1992 में मेरे पहले वर्ल्ड कप से 2011 में मेरे आख़िरी वर्ल्डकप तक मुझे जो भी मिला मैंने उसे स्वीकार किया।

ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट और फिर ट्राई सीरीज़ हार चुकी टीम इंडिया इस वक्त जूझ रही है, कई खिलाड़ी चोटिल हैं, कइयों का प्रदर्शन अच्छा नहीं है। फिर भी मास्टर मानते हैं, मुश्किल वक्त में प्यार भरा साथ टीम को नई बुलंदियों तक ले जा सकता है। सचिन का कहना है पहले मैं टीम के लिए मैदान में बल्लेबाज़ी करता था, लेकिन अब मैं मैदान के बाहर टीम के लिए बल्ला संभालता हूं। आपकी तरह हम सब टीम के लिए बल्लेबाज़ी करते हैं। किसी खिलाड़ी के लिए सबसे अहम होता है दर्शकों का सच्चा प्यार और समर्थन। इस मौके पर सचिन ने पूरे देशवासियों से अपील की कि वो भारतीय टीम का समर्थन करें।