भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने गायत्री प्रजापति मामले में अखिलेश यादव से माँगा जवाब 

लखनऊ : भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डा0 लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने आज प्रदेश मुख्यालय पर इलेक्ट्रानिक चैनलों से वार्ता करते हुए प्रदेश सरकार के मंत्री गायत्री प्रजापति मामले में प्रदेश सरकार के मुखिया अखिलेश यादव से जबाव मांगा है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने खनिज मंत्री पर अवैध खनन व अवैध प्लाटिंग के आरोपो की लोकायुक्त द्वारा जांच में साक्ष्य मिलने पर भी मंत्री पद से हटाये न जाने व पर आश्चर्य व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार में लिप्त मंत्री को बर्खास्त न करना या हटाया न जाना भ्रष्टाचार को संरक्षण है। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि मंत्री को न हटाकर लोकायुक्त को हटाने की चर्चा सरकार की नियत एक बड़ा सवाल है ? 

प्रदेश अध्यक्ष डा0 बाजपेयी ने कहा कि गायत्री प्रजापति प्रकरण में बताया कि जिन व्यक्तियों (पिन्टू उर्फ विजय, अमरेन्द्र सिंह और विकास खर्चा) पर मंत्री गायत्री प्रजापति के परिवार की कम्पनियों में शमिल होना बताया है उन्ही के नाम पर वी.वी.आई.पी. गेस्ट हाउस मंत्री द्वारा बुक कराया गया था तथा पर्यावरण विभाग के अनापति प्रमाण पत्र के बिना खनन हुआ और खनन मंत्री के तीन करीबी लोगो व गनर, शैडो को खनन पट्टों के अवंटन के मामले में लोकायुक्त के द्वारा जानकारी मांगने पर प्रमुख सचिव गृह एवं सचिव गृह एक दूसरे पर जिम्मेदारी डालकर अपना पल्ला झाड़ रहे है।

प्रदेश अध्यक्ष डा0 बाजपेयी ने बसपा और कांग्रेस पर सवालियां निशान साधते हुए कहा कि भ्रष्टाचार पर वे अपनी स्थिति को स्पष्ट करे। भापजा अध्यक्ष ने यादव सिंह प्रकरण में नोएडा के सी.ई.ओ. की बर्खास्तगी की मांग करते हुए कहा कि हमने 25 बिन्दुओं पर रमारमण से जबाव मांगा था अब तक केवल एक बिन्दु पर उनका जबाव प्राप्त हुआ है जिसमें बताया गया है कि यादव सिंह के परिवार के पांच लोग लेखाधिकारी से लेकर विभिन्न पदों पर कार्यरत है। 24 बिन्दु अभी भी अनुउत्तरित है उन्होंने कहा कि हमने इस माह तक का समय दिया है यदि हमें सम्यक उत्तर नहीं मिला तो हम सूचना आयुक्त के माध्यम से इन जानकारियों को हासिल करेंगे। उन्होनंे मांग की नोएडा में तैनात सभी आई.ए.एस. और पी.सी.एस. अधिकारियों को हटाकर इसकी सी.बी.आई. की जांच कराई जाये ताकि जन-धन के इस लूट का पर्दाफाश हो सके।

प्रदेश की राजधानी में बढ़ते हुए अपराध व जघन्य हत्याओं पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक लखनऊ जबावदेही के सन्दर्भ में पूछे गये एक सवाल व मुख्यमंत्री द्वारा बढ़ते हुए अपराध का कारण परिवारिक परिस्थति बताये जाने पर भाजपा अध्यक्ष डा0 बाजपेयी ने कहा कि आखिर राजधानी में और पूरे प्रदेश में गिरती हुए कानून व्यवस्था को लेकर सरकार की सोच क्या है ? प्रदेश के मुख्यमंत्री डी.जी.पी. व एस.एस.पी. की जबावदेही तय करने के बजाय उसका कारण बिना किसी जांच के परिवारिक परिस्थति बताना पुलिस प्रशासन की संवेदनहीनता व गैर जिम्मेदाराना पन को बढ़ावा देना है।