लखनऊ: राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि 30 जनवरी की पूर्व संध्या पर आज कैण्ट विधानसभा क्षेत्र के ऐतिहासिक चन्दरनगर गेट से कांग्रेसियों  ने ‘‘गांधी स्मृति पदयात्रा’’ निकाली। इस पदयात्रा में कंाग्रेसजनों द्वारा गीत व नारे लगाये गये। रघुपति राघव राजा राम, दे दी आजादी बिना खड़ग बिना ढाल, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी अमर रहें, गांधी जी  का एक था नारा- जात-पात का न हो बंटवारा, धर्मनिरपेक्ष रहे देश हमारा। गांधी हम शर्मिन्दा हैं तेरे कातिल जिन्दा हैं- का नारा लगाते हुए जुलूस चंदरनगर गेट आलमबाग से नटखेड़ा रोड, जय प्रकाश नगर, गीतापल्ली होते हुए पकरी के पुल वी0वी0आई0पी0 रोड पहुंचकर समाप्त हुआ। 

पदयात्रा के जुलूस का नेतृत्व क्षेत्रीय विधायक व कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रो0 रीता बहुगुणा जोशी ने किया। प्रदेश कंाग्रेस अध्यक्ष डाॅ0 निर्मल खत्री, पूर्व सांसद ने पदयात्रा को हरी झंडी दिखायी। 

पदयात्रा प्रारम्भ होने से पूर्व कांग्रेसजनों को सम्बोधित करते हुए कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डा0 निर्मल खत्री ने कहा कि यदि भारत गांधी जी के पथ से विचलित हुआ तो देश बिखर जायेगा। गांधी ने विश्व बन्धुत्व की बात कही परन्तु संघ परिवार भारत को खण्डित करना चाहता है। उन्होने कहा कि आज गांधीजी की सोच को चुनौती दी जा रही है और जो लेाग चुनौती दे रहे हैं उनकी मंशा देश में साम्प्रदायिकता फैलाकर समाज को विखण्डित करने की है। जिसको कंाग्रेसजन सफल नहीं होने देंगे। उन्होने कहा कि पदयात्रा के माध्यम से गांधी के विचारों को जन-जन तक पहुंुचाकर संघ परिवार एवं इससे जुड़े साम्प्रदायिक संगठनों द्वारा गांधी के विचारों पर किये जा रहे हमले का उचित जवाब देते हुए इस तरह के विघटनकारी संगठनों के कुत्सित विचारों के प्रति जागरूक किया जायेगा।  

प्रो0 रीता बहुगुणा जोशी विधायक ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी पूरे विश्व में शांतिदूत के रूप में याद किये जाते हैं। उन्होने भारत की एकता व अखण्डता का संदेश दिया। अहिंसात्मक आन्दोलन से भारत को आजाद कराया। ऐसे महापुरूष की हत्या करने वाले को जो संगठन महिमामण्डित करे उसका पूरे समाज  द्वारा बहिष्कार किया जाना चाहिए। आश्चर्य इस बात की है कि हमारे वर्तमान प्रधानमंत्री ऐसे मुद्दो पर चुप्पी साध लेते हैं। बराक ओबामा दो बार भारत आए और दोनों बार उन्होने गांधी जी को विश्व में असमानता व अन्याय से संघर्ष करने वालों का प्रेरक बताया। महात्मा गांधी के आदर्शों पर ही हमारा संविधान आधारित है। शर्म की  बात है कि मोदी सरकार संविधान का स्वरूप बदलना चाहती है। गांधी स्मृति पदयात्रा संघ परिवार व अन्य कट्टरपंथी संगठनों द्वारा गांधी जी व संविधान पर प्रहार के जवाब में आयोजित किया गया था। 

ज्ञातव्य हो कि कैण्ट विधानसभा क्षेत्र में पदयात्रा का आयोजन दो चरणों में की गयी थी। जिसके तहत प्रथम चरण में दिनांक 28जनवरी को क्षेत्र के अन्तर्गत आने वाले सभी 25 वार्डों में वार्ड अध्यक्षों व वार्ड के नेताओं के नेतृत्व में पदयात्राएं की गयीं।