नई दिल्ली। अमरीकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भारत में चार अरब डालर के कारोबारी निवेश का एलान  करते हुये सोमवार को कहा कि दोनों देश मिलकर विकास और समृदि्ध की दिशा में आगे बढ़ सकते हैं। ओबामा ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मौजूदगी में भारत-अमरीका बिजनेस समिट को संबोधित करते हुये कहा कि दोनों देशों के बीच व्यापार में अपार संभावनायें हैं जिनका अब तक पर्याप्त इस्तेमाल नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि उनका देश भारत में चार अरब डॉलर का कारोबारी निवेश करेगा। 

साथ ही ओबामा ने कहा कि हरित ऊर्जा के क्षेत्र में दो अरब डॉलर का निवेश किया जायेगा। इसके अलावा अमरीका में निर्मित वस्तुओं के भारत में निर्यात के लिए अमरीकी एक्सपोर्ट-इंपोर्ट बैंक एक अरब डॉलर की वित्तीय मदद देगा। अमरीका का “ओवरसीज प्राइवेट इंवेस्टमेंट कार्पोरेशन” भारत के पिछड़े ग्रामीण क्षेत्र में लघु तथा मध्यम उद्योगों के लिए एक अरब डॉलर का कर्ज देगा। इस प्रकार भारत में कुल चार अरब डॉलर का कारोबारी निवेश होगा। 

ओबामा ने कहा कि पिछले कुछ सालों में भारत और अमरीका के बीच व्यापार 60 फीसद बढ़कर 100 अरब डॉलर पर पहुँच गया है। लेकिन वहीं चीन के साथ अमरीका का व्यापार 560 अरब डॉलर का है। ओबामा ने कहा कि भारत और अमरीका के बीच द्विपक्षीय व्यापार में वृद्धि की जरूरत है। इसके लिए दोनों देश व्यापारिक वार्ता बढ़ाने पर सहमत हुये हैं। उन्होंने कहा कि अमरीका तकनीक के क्षेत्र में भारत की मदद कर सकता है। अमरीका परमाणु ऊर्जा और रक्षा क्षेत्र, सड़क एवं परिवहन, सौर ऊर्जा, पीने का साफ पानी और सेनिटेशन के क्षेत्र में भारत के साथ सहयोग पर सहमत हुआ है। इस साल मुख्य फोकस आधारभूत अवसंरचनाओं पर होगा ताकि भारत में निवेश के लिए बेहतर माहौल तैयार किया जा सके। 

उन्होंने कहा कि व्यापार बढ़ने से दोनों देशों का फायदा होगा। अमरीका में भारतीय कंपनियों का निवेश बढ़ रहा है। हमने अमरीका में व्यापार और निवेश आसान बनाया है जिससे वहाँ भारत का निवेश बढ़ रहा है। इससे भारतीयों के रोजगार के ज्यादा मौके भी उपलब्ध होंगे। जनधन योजना और डिजिटलीकरण को सफल बनाने के लिए अमरीकी कंपनियां मदद कर सकती हैं।