लखनऊ। राज्यपाल राम नाईक ने मतदान में लगे अधिकारियों, कर्मचारियों और सुरक्षाकर्मियों को पोस्टल बैलेट के जरिए मतदान करने की सुविधा दिए जाने पर जोर दिया है।

राष्ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पर सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मतदान में लगे कर्मचारी और सुरक्षाकर्मी मतदान से वंचित हो जाते हैं जो स्वस्थ लोकतंत्र में ठीक नहीं है। नाईक ने कहा कि गत लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में 7.8 लाख कर्मचारी और 6.54 लाख सुरक्षाकर्मी मतदान डयूटी पर लगाये गए थे। लखनऊ के चुनाव में 5242 पोस्टल बैलेट जारी किए गए और केवल 3638 लोगों ने पोस्टल बैलेट द्वारा मतदान किया जिसमें से 3308 मतदान वैध तथा शेष 330 अवैध थे। उन्होंने पोस्टल बैलेट को त्रुटि रहित करने के लिए उचित प्रशिक्षण दिए जाने पर भी जोर दिया।

राज्यपाल ने बताया कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में उन्होंने पत्‍‌नी सहित पोस्टल बैलेट के जरिए मतदान किया था। उन्होंने उत्तर प्रदेश केमुख्य निर्वाचन अधिकारी को शत-प्रतिशत फोटोयुक्त मतदाता पहचान पत्र जारी करने के लिए बधाई भी दी। उन्होंने कहा कि आने वाले चुनाव को देखते हुए यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि मतदाता सूची दोष रहित हो तथा किसी का नाम दो सूचियों में न दर्ज हो। देश में युवाओं की संख्या को देखते हुए मतदाता पहचान पत्र के लिए पंजीकरण करना वास्तव में चुनौतीपूर्ण कार्य है। राज्य निर्वाचन आयुक्त एसके अग्रवाल ने कहा कि मतदाता और मतदान प्रजातंत्र की आत्मा है। संविधान के अनुसार निर्वाचन आयोग की स्थापना की गयी है। कम मतदान चिंता का विषय है। लोग मतदान करने के दायित्व का निर्वहन नहीं करते हैं। उन्होंने बताया कि राज्य निर्वाचन आयोग मतदाताओं को निर्वाचन संबंधी जानकारी उपलब्ध कराने के लिए अपनी वेबसाइट पर इलेक्शन लाइव नाम से नया माड्यूल शुरू किया है।

अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी आरके पाण्डेय ने बताया कि इस वर्ष मतदाता पहचान पत्र पंजीकरण को सहज व सरल बनाया गया है। उन्होंने जागरूकता बढ़ाने तथा आनलाइन पंजीकरण सुविधा उपलब्ध कराये जाने की भी बात कही।