लखनऊ: यूपी में पिछले पांच सालों में सार्वजनिक स्थलों पर ‘गन्दगी करने’ या ‘धूम्रपान करने’ के लिए दण्डित किये जाने का कोई भी मामला नहीं है दर्ज ! क्या क़ानून महज बनाने और सरकारी अलमारियों में दफ़न करने की चीज मात्र हैं ?
यश्वराज्य सेवा संस्थान की सचिव और आरटीआई वर्कर उर्वशी शर्मा ने बताया मेरी एक आरटीआई के जवाब से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वच्छ भारत अभियान और केंद्र सरकार के धूम्रपान निरोधक कानून में संशोधन की कवायद के यूपी में सफल होने की संभावनाओं पर जबरदस्त जबरदस्त प्रश्नचिन्ह् लग रहा है l जब यूपी में सरकार ने पिछले पांच सालों में सार्वजनिक स्थलों पर ‘गन्दगी करने’ के लिए दण्डित किये जाने का कोई भी मामला दर्ज ही नहीं किया है तो यूपी में नरेंद्र मोदी के ‘स्वच्छ भारत अभियान’ की सफलता की संभावना भी नगण्य ही है l
जब यूपी में सरकार ने धूम्रपान निरोधक कानून के तहत पिछले पांच सालों में सार्वजनिक स्थलों पर ‘धूम्रपान करने’ के लिए दण्डित किये जाने का कोई भी
मामला दर्ज ही नहीं किया है तो इस संशोधन से भी किसी बदलाव की उम्मीद करना बेकार है l उर्वशी ने कहा मेरा सवाल यह है कि क्या क़ानून महज बनाने और सरकारी अलमारियों में दफ़न करने की चीज मात्र हैं ? क्या कभी हमारे नीति-नियंता इन कानूनों को लागू कराने के गम्भीरतापूर्वक प्रयास भी करेंगे या नयी घोषणाएं और महज कोरी भाषणवाजी ही होती रहेगी ?
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