लखनऊ। उत्तर प्रदेश में उन्नाव के सफ्कीपुर क्षेत्र में परियरघाट के निकट आज गंगा नदी में 104 से अधिक शव बरामद होने पर हड़कंप मच गया। राज्य के पुलिस महानिरीक्षक (कानून एवं व्यवस्था) ए.सतीश गणेश ने बताया कि उन्नाव के सफ्कीपुर इलाके में गंगा पर परियरघाट के आसपास पानी कम होने के बाद 100 से अधिक शव मिले। शव काफी पुराने हैं। खबर मिलते ही अधिकारी मौके पर पहुंच गए।

स्थानीय अधिकारियों के अनुसार इस क्षेत्र में अविवाहित लड़कियों की मृत्यु के बाद अंतिम क्रिया जल प्रवाह करके की जाती है। दरअसल स्थानीय क्षेत्र में कुंवारों और बच्चों के शवों को गंगा में प्रवाहित करने की परम्परा है। इसके अतिरिक्त गंगा के पास ही एक श्मशान भी है। आमतौर पर प्रतिदिन पांच से छह शव गंगा में प्रवाहित किए जाते हैं। आस्था और धार्मिक मान्यता के चलते प्रशासनिक अधिकारी और पुलिस भी लोगों को शव प्रवाहित करने से नहीं रोकती। ऎसे में शव बहते हुए एक स्थान से दूसरे स्थान पर आ जाते हैं। प्रथम दृष्टया बरामद शव उन्हीं लड़कियों के हो सकते हैं। 

वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी ने बताया कि डरने की कोई बात नहीं है। लाशें यहां आकर इसीलिए अटक गईं क्योंकि यहां पानी का स्तर कम है। फिलहाल जेसीबी लगाकर लाशों को दफनाया जा रहा है।

वहीं बीजेपी सांसद लक्ष्मीकांत वाजपेयी तथा उन्नाव सदर के विधायक भी खबर मिलते ही घटनास्थल पर पहुंच गए। उन्होंने शवों को दफनाने से यह कहकर रोक दिया कि पहले इनका पोस्टमार्टम करवाया जाए। जबकि स्थानीय एसडीएम ने कहा कि हम लाशों का अंतिम संस्कार कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि जहां शव बरामद हुए हैं वहां गंगा का एक किनारा कानपुर के बिठूर का भी लगता है। जहां शव मिले हैं उसके निकट ही श्मसान घाट भी है। मामले में छानबीन की जा रही है