लखनऊ: एमबीएससी समूह के चेयरमैन अखंड प्रताप सिंह ने कंपनी के बारे में किए जा रहे दुष्प्रचार का जवाब देते हुए कहा है कि उनके समूह ने किसी भी परियोजना के लिए जमीन भय, लालच या प्रलोभन से नही खरीदी बल्कि इसके लिए बाकायदा किसानों से उनके लैंड एजेंट ने अदालती करार किया है। आज एक प्रेस कांफ्रेस में अदालती करारनामे पेश करते हुए सिंह ने कहा कि उलटा उनके साथ करार करने वाले किसान को कुछ स्थानीय लोग बरगला रहे हैं। उन्होंने कहा कि समूह पर अर्नगल आरोप लगाने वाले अजय मिश्रा के खिलाफ कंपनी ने मानहानि की नोटिस भेजी है।

एमबीएससी के चेयरमैन अखंड प्रताप सिंह ने कहा कि अदालती करारनामा करने के बाद लालच और दबाव में मुकर जाने वाले किसान से कुछ प्रभावशाली लोगों ने गलत बयान दिलवा कर उनकी छवि को धूमिल करने का प्रयास किया है। सिंह ने मांग की करार करने वाले किसान को सामने लाया जाए और तथ्यों के आदार पर पूंछताछ की जाए तो सही बात सामने आ जाएगी। उन्होंने कहा कि जिस किसान को केंद्र में रख कर उन पर आरोप लगाए जा रहे हैं वह बीते साल अक्टूबर में ही अपनी जमीन बेंचने संबंधी करार लैंड एजेंट से कर चुका है और पैसा भी पा चुका है।

एमबीएससी चेयरमैन ने कहा कि कंपनी ने किसी भी किसान से सीधे जमीन नही खरीदी बल्कि लैंड एजेंट के माध्यम से खरीदी या करार किया है जैसा कि रियल एस्टेट के क्षेत्र में सक्रिय देश की नामी गिरामी व सभी कंपनियां करती हैं। उन्होंने बताया कि कंपनी अपने ग्राहकों के प्रति जवाबदेह है और उनकी सुविधा व इच्छानुसार काम करती है। सिंह ने कहा कि एमबीएससी को लेकर आज तक किसी भी ग्राहक ने न तो कोई शिकायत दर्ज करायी है न ही असंतुष्टि दिखायी है।