जयपुर/नई दिल्ली: राजस्थान सरकार ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा की कंपनी स्काई लाइट हॉस्पिटेलिटी की बीकानेर के कोलायत स्थित जमीन का म्यूटेशन खारिज कर जब्त कर ली है। इसके साथ कोलायत में करीब 360 हैक्टेयर जमीन के म्यूटेशन खारिज किए गए। रॉबर्ट वाड्रा की कंपनी के दो कर्मचारियों को जोधपुर प्रशासन ने नोटिस भेजा। जैसलमेर और जोधपुर में भी जमीनों की जांच शुरू कर दी गई है।

बीकानेर के भाजपा सांसद अर्जुन राम मेघावल ने ज़ी मीडिया से कहा, रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। स्काई लाइट हॉस्पिटेलिटी ने फर्जी तरीके से जमीन खरीदी। उन्होंने कहा, इस जमीन की डील शुरू होते ही मैंने विरोध किया था।

यह जमीन रॉबर्ट वाड्रा की कंपनी ने जनवरी-2010 में खरीदी थी। इसका खुलासा 2010 में हो गया था, लेकिन तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने कार्रवाई नहीं की। विधानसभा और लोकसभा चुनाव के दौरान इस जमीन का मुद्दा खूब उठा। यह जमीन फर्जी कागजात से महाजन फील्ड फायरिंग रेंज (एमएफएफआर) के विस्थापितों के नाम से आवंटित करवा वाड्रा की कंपनी सहित कुछ अन्य को बेच दी गई थी।