दिल्ली:
इजराइल और हमास के बीच जारी युद्ध में अबतक 8,000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। इस युद्ध में काफी संख्या में पत्रकार भी मारे गए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक 7 अक्टूबर को शुरू हुई इस जंग में अबतक 31 पत्रकारों की मौत हुई है। कमिटी टू प्रोटेक्ट जर्नलिस्ट्स (सीपीजे) ने यह आंकड़े जारी किए हैं। मारे गए पत्रकारों में 26 पत्रकार फिलिस्तीन के, 4 पत्रकार इजराइल के और एक पत्रकार लेबनान का है। इसके अलावा इस युद्ध में 8 पत्रकार घायल हुए हैं। खबरों के मुताबिक 9 पत्रकार लापता हुए हैं या हिरासत में लिए गए हैं।

रिपोर्ट्स के मुताबिक इस युद्ध में पत्रकारों पर लगातार हमले हो रहे हैं। साथ ही पत्रकारों को गिरफ्तार किया जा रहा है और डराया जा रहा है। मारे गए 31 पत्रकारों में 26 की मौत गाजा में हुई है। इनमें से 4 इजराइल पर हमास द्वारा किए गए हमले में मारे गए। गौरतलब है कि 7 अक्टूबर को हमास ने इजराइल पर ताबड़तोड़ 5000 रॉकेट दागे थे। इसमें 1400 के करीब इजरायलियों की मौत हुई थी। इसके बाद इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने युद्ध का ऐलान कर दिया था। इसके अलावा कमिटी टू प्रोटेक्ट जर्नलिस्ट्स (CPJ) अन्य पत्रकारों के मारे जाने, लापता होने, हिरासत में लिए जाने, धमकाने, चोट पहुंचाने के कई रिपोर्टों की जांच भी कर रही है।

युद्ध शुरू हुए आज 25 दिन हो गए। इससे बड़ी संख्या में आम नागरिक प्रभावित हुए हैं। गाजा में मानवीय संकट की स्थिति पैदा हो गई है। इजराइल लगातार हमास के ठिकानों पर हमले कर रहा है। इजराइल की लगातार बमबारी से गाजा में मकानों, सड़कों और अस्पतालों को भारी नुकसान पहुंचा है। बिजली, पानी और भोजना की समस्या है। घायलों को उचित इलाज भी नहीं मिल पा रहा है। जंग के बीच पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने सीजफायर के आह्वान को अस्वीकार कर दिया है। उन्होंने साफ कर दिया है कि हमास का खात्मा होने तक हमले जारी रहेंगे।