एस श्रीसंत का सात साल के निर्वासन का अंत होने वाला है और वह आगामी रणजी सीजन में केरल का प्रतिनिधित्व कर सकते हैं। राज्य संघ ने पुष्टि की है कि वह फिटनेस साबित करने पर श्रीसंत के चयन पर विचार करेगा। अपनी इस वापसी से पहले श्रीसंत ने 2023 का वर्ल्ड कप खेलन का लक्ष्य रखा है।

श्रीसंत ने डेक्कन हेराल्ड से बातचीत में कहा कि उन्हें यकीन है कि 2023 का वर्ल्ड कप खेल सकते हैं। 2013 में प्रतिबंधित किए जाने के समय श्रीसंत भारतीय टीम में वापसी करने के करीब थे। उन्होंने उस समय भारत ए के लिए वापसी की थी और ईरानी कप में भी खेले थे।

2019 में सुप्रीम कोर्ट ने श्रीसंत के आजीवन बैन की अवधि घटाकर सात साल कर दी थी। उनका बैन सितंबर 2020 में समाप्त हो रहा है, जिससे वह 2020/21 सीजन में घरेलू क्रिकेट खेल सकते हैं। उनके आगामी सीजन में संदीप वारियर के तमिलनाडु से जुड़ने के बाद केरल के पेस अटैक की अगुवाई करने की उम्मीद है।

श्रीसंत ने डेक्कन हेराल्ड से कहा, मेरा अब भी मानना है कि मैं 2023 के वर्ल्ड कप में खेल सकता हूं। ये मेरा दृढ़ विश्वास है। मैं हमेशा अपने लक्ष्यों के साथ अवास्तविक था लेकिन अधिकांश एथलीटों के साथ ऐसा ही होता है। यदि आपके पास अवास्तविक लक्ष्य नहीं हैं, तो आप औसत दर्जे के रह जाएंगे।

चुनाव लड़ने से लेकर बिग बॉस में जाने तक श्रीसंत ने सात साल के बैन के बावजूद खुद को हमेशा सुर्खियों में रखा। इस बातचीत के दौरान श्रीसंत ने ये भी खुलासा किया कि उन्होंने एमएमए में भी अपना हाथ आजमाया।

उन्होंने कहा, ‘मैंने अवसाद से बचने के लिए खुद को पूरी तरह से नियमित वर्कआउट में डुबो दिया था। वास्तव में, मैंने अपना हाथ एमएमए में भी आजमाया क्योंकि मेरा गुस्सा और तनाव बाहर आने की जरूरत थी। मैं किसी को मार नहीं कर सका इसलिए मैंने सबसे करीबी चीज की, एक पचिंग बैग या मैट को हिट करना।’

श्रीसंत ने 90 टेस्ट में 169 विकेट लिए हैं। उन्होंने भारत के लिए अपना आखिरी मैच इंग्लैंड के खिलाफ अगस्त 2011 में खेला था।