फहीम सिद्दीक़ी

Faheem Siddiqui

नामांकन प्रक्रिया पूरी होने के बाद जिले की सभी 6 विधानसभा सीटों पर सभी प्रमुख दलों ने अपने अपने प्रत्याशी चुनावी समर मे उतार दिए है। इनमें से 3 ऐसी सीट है जहाँ पर मुकाबला दिलचस्प होने के साथ साथ कई नेताओं का भविष्य भी तय करने वाला होगा। सपा के 3 पूर्व मंत्री और बी जे पी के 3 वर्तमान विधायको के आमने सामने होने से कुर्सी, रामनगर,दरियाबाद चुनावी नजरिये से वीआईपी सीट गिनी जाने लगी है। पूर्व मंत्रियों के समर्थको ने क्षेत्र मे डेरा डालकर लोगों से मेलमिलाप तेज कर दिया है। तो वही वर्तमान विधायक 5 साल के अपने कार्यकाल के आधार पर जनता के बीच अपने लिए वोट की अपील कर रहे है।

जिले की 3 विधानसभा सीटों पर समाजवादी पार्टी ने पूर्व मंत्रियों का क्षेत्र बदलकर कुर्सी से राकेश वर्मा, दरियाबाद से अरविंद सिंह गोप एवं रामनगर से फरीद महफूज़ किदवाई को मैदान मे उतारा है। इनके मुकाबले में बीजेपी ने वर्तमान विधायक कुर्सी से साकेन्द्र प्रताप वर्मा दरियाबाद से सतीश चन्द्र शर्मा एवं रामनगर से शरद अवस्थी को अपना उम्मीदवार बनाया है। दिग्गजों के आमने सामने आने से यह सीटें वीआईपी की श्रेणी मे आ गई है। इन सीटों पर मुकाबला भी काफी दिलचस्प होने के आसार है। नामांकन के बाद सभी उम्मीदवार अपने समर्थकों के साथ क्षेत्र मे जनसमर्थन के लिए जुट गए है।

कुर्सी विधानसभा मे पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व0बेनी प्रसाद वर्मा के पुत्र राकेश वर्मा के मुकाबले मे संघ पृष्टभूमि वाले वर्तमान विधायक साकेन्द्र प्रताप वर्मा के अलावा बी एस पी प्रत्याशी के रूप मे पूर्व विधायक मीता गौतम सशक्त उम्मीदवार मानी जा रही है। यह पहला चुनाव है जब राकेश वर्मा के चुनाव मे बेनी बाबू नही है।बेनी बाबू की राजनीतिक विरासत को बचाने के लिए पूरा परिवार और समर्थक दिन रात एक किये हुए है। इस चुनाव का परिणाम उनके राजनीतिक भविष्य को भी तय करेगा।

रामनगर विधानसभा पर अरविंद सिंह गोप और राकेश वर्मा के टकराव के बाद सपा ने फरीद महफूज़ किदवाई को अपना उम्मीदवार बनाया है फरीद पहले भी रामनगर से विधायक रह चुके है उनके सामने बी जे पी के वर्तमान विधायक शरद अवस्थी हैं बीएसपी से राजकिशोर शुक्ला प्रत्याशी बनाये गए है। शरद अवस्थी के सामने कुर्सी बचाने की चुनौती होगी तो फरीद को अपनी खोई राजनीतिक ताकत को वापस पाने के लिए मशक्कत करनी होगी।

दरियाबाद विधानसभा मे भी मुकाबला कम दिलचस्प नही होगा पूर्व मंत्री अरविंद सिंह गोप का मुकाबला वर्तमान युवा विधायक सतीश चंद्र शर्मा से होगा वहीं सपा से टिकट कटने के बाद राजा हड़हा के पुत्र रितेश कुमार सिंह ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप मे मैदान मे उतरे है। इन तीनो सीटों पर मुकाबला बहुत दिलचस्प होने वाला है। एक तरफ वर्तमान विधायक के सामने दोबारा जीतकर स्थापित नेता बनने की चुनौती है तो वहीं दूसरी तरफ पूर्व मंत्रियों के सामने खोई हुई राजनीतिक ताकत को वापस पाकर खुद के राजनीतिक कद को बढ़ाने की होगी।