नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रेडियो पर ‘मन की बात’ कार्यक्रम में अपने संबोधन में चीन से चल रहे विवाद को लेकर कहा कि आपदाओं के बीच हमारे कुछ पड़ोसियों द्वारा जो हो रहा है, देश उन चुनौतियों से भी निपट रहा है। मोदी ने कहा कि लद्दाख में भारत की भूमि पर, आंख उठाकर देखने वालों को, करारा जवाब मिला है। भारत, मित्रता निभाना जानता है, तो, आंख-में-आंख डालकर देखना और उचित जवाब देना भी जानता है।

भारत का इतिहास चुनौती से भरा रहा है
इस दौरान कोरोना संकट का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा अगर कोरोना संकट के दौरान आप मास्क नहीं पहनते हैं तो आप परिवार को संकट में डालते हैं। पीएम ने कहा कि चुनौती आती रहती है। एक साल में एक चुनौती आए या फिर 50 चुनौती। इससे साल कभी खराब नहीं होता। भारत का इतिहास चुनौती से भरा रहा है। भारत ने संकट को सफलता की सीढ़ियों में बदला है। महामारी पर लोग खूब बातें कर रहे हैं कि आखिर यह साल कब बीतेगा? उन्होंने कहा कि लॉकडाउन से ज्यादा अनलॉक में सतर्क रहने की जरूरत है तभी कोरोना से अपने आपको और परिवार को संक्रमण से बचाया जा सकता है।

विश्व में भारत की भूमिका और मज़बूत हुई
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ने जिस तरह मुश्किल समय में दुनिया की मदद की, उसने आज शांति और विकास में भारत की भूमिका को और मजबूत किया है। दुनिया ने भारत की विश्व बंधुत्व की भावना को भी महसूस किया है। अपनी संप्रभुता और सीमाओं की रक्षा करने के लिए भारत की ताकत और भारत के कमिटमेंट को देखा है। उन्होंने कहा कि भारत का संकल्प है- भारत के स्वाभिमान और संप्रभुता की रक्षा। भारत का लक्ष्य है– आत्मनिर्भर भारत। भारत की परंपरा है– भरोसा, मित्रता। भारत का भाव है– बंधुता। हम इन्हीं आदर्शों के साथ आगे बढ़ते रहेंगे।