मजदूर दिवस पर इस वर्ष नहीं होंगे कोई कार्यक्रम, सोशल डिसटेनसिंग का पालन किया जायेगा – IFWJ

लखनऊ । मजदूर दिवस की बधाई देते हुए IFWJ ( इन्डियन फेडरेशन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट) के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ० के० विक्रम राव ने कहा कि कोरोना महामारी को देखते हुए इस बार मजदूर दिवस पर कोई रैली अथवा कोई कार्यक्रम नहीं किया जाएगा । अपने बधाई संदेश में डा० राव ने कहा कि केंद्र सरकार और राज्य द्वारा जारी लॉकडाउन व्यवस्था और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते इस बार संगठन ने 1 मई को मज़दूर दिवस के उपलक्ष में आयोजित होने वाले सभी कार्यक्रम स्थगित कर दिए है ।
उन्होंने कहा कि हर बार मज़दूर दिवस पर देश भर में IFWJ कि सभी राज्य इकाइयों द्वारा रैली, यूनियन दफ्तरों में सभाएं और अन्य कार्यक्रम आयोजित किये जाते रहे है |

डा० राव ने अपने सन्देश में देश कि सभी राज्य इकाइयों और सभी श्रमजीवी पत्रकार साथियों से अपील की है कि इस बार मई दिवस पर कोई आयोजन नहीं किया जाये अपितु करोना महामारी की वजह से पीड़ित अपने पत्रकार साथियों की हर संभव सहायता की जाए ।

इसके साथ ही UPWJU ( उत्तर प्रदेश श्रमजीवी पत्रकार यूनियन ) के प्रदेश अध्यक्ष हसीब सिद्दीकी ने भी मजदूर दिवस की बधाई दी और कहा कि इस बार मज़दूर दिवस पर किसी भी प्रकार का कार्यक्रम् आयोजित नहीं किया जाएगा । हसीव सिद्दीकी ने कहा कि नई पीढ़ी के पत्रकारों को प्रशिक्षण देने के साथ – साथ बेहतर सुविधाएँ भी दी जानी चाहिए । उन्होंने कहा की संस्थानो में कार्य करने का समय निर्धारित होना चाहिये । इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के साथियों का दर्द बयान करते हुए हसीब सिद्दीकी ने कहा कि सभी न्यूज़ चैनल के कर्मचारी 16 से 18 घंटे काम करते है, जो नियम विरुद्ध है । साथ ही उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार से कोरोना महामारी में पत्रकार साथियों का बीमा भी कराये जाने की मांग की ।

वहीं LWJU ( लखनऊ वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन ) के मंडल अध्यक्ष शिवशरण सिंह ने भी मज़दूर दिवस की बधाई देते हुए कहा कि सरकारी एवं गैर सरकारी प्रतिष्ठानों में श्रमिक वर्ग की बदहाली और बेरोजगारी को लेकर मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ और सक्षम अधिकारी को कोरोना महामारी के बाद लॉकडाउन खुलने पर ज्ञापन दिया जाएगा । शिव शरण सिंह ने मजदूर दिवस के न मनाने के फैसले की सराहना करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश श्रमजीवी पत्रकार यूनियन (UPWJU) प्रदेश के पत्रकारों का प्रतिनिधित्व करता है, जिसके उपलक्ष्य में पिछले सात दशको ( 70 वर्षों ) से विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करता आ रहा है ।