नई दिल्ली : अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा भारत की अपनी तीन-दिवसीय यात्रा पर दिल्ली पहुंच गए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रोटोकॉल तोड़ते हुए खुद उनके स्वागत के लिए एयरपोर्ट पहुंचे। मोदी ने गले मिलकर गर्मजोशी से ओबामा का स्वागत किया। 

राष्ट्रपति के साथ एक विशाल प्रतिनिधिमंडल भी मौजूद है, जिसमें उनकी पत्नी मिशेल ओबामा के अलावा कई शीर्ष अधिकारी शामिल हैं। वह इस साल गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि होंगे।

ओबामा के भारत आगमन पर राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में एक समारोह में उनका स्वागत किया जाएगा। ओबामा राजघाट में महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देंगे। ओबामा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी न्यूक्लियर गतिरोध खत्म करने के लिए अलग से हैदराबाद हाउस में बात करेंगे। सूत्रों के मुताबिक अमेरिका ने इस बातचीत का नाम वॉक एंड टॉक रखा है।

अमेरिकी राष्ट्रपति रक्षा एवं आर्थिक रिश्तों को प्रगाढ़ बनाने समेत अनेक सामरिक मुद्दों पर मोदी के साथ चर्चा करेंगे। दोनों देश ओबामा की यात्रा के नतीजों को ‘शानदार’ बनाने के लिए बहुत मेहनत कर रहे हैं। दोनों देश व्यापार और आर्थिक रिश्तों को बढ़ाने के तरीकों और जलवायु परिवर्तन के अहम मुद्दे पर भी चर्चा करेंगे।

शाम को ओबामा राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मुलाकात करेंगे। मुखर्जी उनके सम्मान में रात्रिभोज देंगे। 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होने के बाद ओबामा यहां राष्ट्रपति के ‘एट होम’ समारोह में भी शिरकत करेंगे। इसके बाद वह प्रधानमंत्री के साथ उद्योगपतियों से बातचीत करेंगे। 27 जनवरी को रेडियो पर मोदी के साथ ‘मन की बात’ करने के अलावा ओबामा सुबह कुछ चुनिंदा लोगों को संबोधित कर सकते हैं।

वहीं, ओबामा का आगरा दौरा रद्द हो गया है। अब परिवर्तित कार्यक्रम के अनुसार, वह 27 जनवरी को नई दिल्ली से सउदी अरब के लिए रवाना हो जाएंगे। व्हाइट हाउस ने बताया कि राष्ट्रपति ओबामा ने भारत के तीन-दिवसीय दौरे पर आगरा की यात्रा पर नहीं जा पाने पर ‘अफसोस’ जताया है।

व्हाइट हाउस ने एक बयान में कहा, ‘राष्ट्रपति ओबामा और प्रथम महिला सउदी अरब के नए शाह सलमान बिन अब्दुल्ला अजीज से मिलने और दिवंगत शाह के परिवार के सम्मान में मंगलवार 27 जनवरी को रियाद के दौरे पर जाएंगे।

ओबामा के दौरे के लिए राष्ट्रीय राजधानी में अभूतपूर्व सुरक्षा बंदोबस्त किए गए हैं और दिल्ली पुलिस तथा अर्धसैनिक बलों के जवान पूरी तरह से मुस्तैद हैं। दिल्ली पुलिस और राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) के निशानेबाज ओबामा की यात्रा वाले मार्गों पर पड़ने वाली उंची इमारतों पर तैनात हैं।

मौर्या शेरेटन होटल के सामने हरे-भरे क्षेत्र की पूरी तरह से जांच की गई और पुलिसकर्मियों को अमेरिकी राष्ट्रपति के यहां रहने तक इस क्षेत्र के जंगलों में तैनात किया गया है।

मध्य दिल्ली को अभेद्य किले में तब्दील कर दिया गया है और सुरक्षा एजेंसियों ने करीब 71 इमारतों को आंशिक या पूरी तरह से बंद कर दिया है। यहां तक कि सांसदों तथा सैन्य बलों के अधिकारियों सहित इस क्षेत्र में रहने वाले नागरिकों को या तो विशेष पास जारी किए गए हैं या क्षेत्र में प्रवेश के लिए उन्हें पहचान साबित करनी होगी।

अमेरिकी खुफिया सेवा और केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारियों की एक संयुक्त टीम विशेष रूप से स्थापित नियंत्रण कक्षों में निगरानी रख रहे हैं। इन कक्षों को नए लगाए गए सीसीटीवी कैमरों से जोड़ा गया है।