नई दिल्ली। अब तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए चुनाव प्रचार का जिम्मा संभालने वाले प्रशांत किशोर ने अब नीतीश कुमार का दामन थाम लिया है। प्रशांत ने गुजरात और लोकसभा चुनाव के दौरान मोदी की छवि चमकाने के लिए जोर-शोर प्रचार का जिम्मा संभाला था, लेकिन अब कुमार बिहार में जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के लिए प्रचार करते नजर आएंगे। बिहार में इस साल अक्टूबर-नवंबर में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं।

37 साल के प्रशांत ने अमरीकी स्टाइल पर देश में सिटीजंस ऑफ अकाउंटेबल गवर्नेन्स  मॉडल पर चुनाव प्रचार को बढ़ावा दिया। अमरीका में पॉलिटिकल एक्शन कमेटी की तर्ज पर उन्होंने भारत में पॉलिटिकल कैंपेन को बढ़ाया और मोदी के लिए सफलता भी हासिल की।

नीतीश के अहम सलाहकार पवन वर्मा ने भी बताया कि कैंपेनिंग में किशोर जुड़ सकते हैं। पूर्व राजनयिक वर्मा ने कहा कि उनसे हमारी बातचीत हो रही है। हमें विश्वास है कि वह हमारे साथ आएंगे। प्रफेशनल तरीके से चुनाव अभियान चलाने में वोटरों से जोड़ने का प्रशांत किशोर का ट्रैक रिकॉर्ड अच्छा है।

प्रशांत किशोर पहले अमरीका की पॉलिटिकल एक्शन कमिटी की तर्ज पर बनाए गए संगठन सिटिजंस फॉर एकाउंटेबल गवर्नेन्स के कर्ताधर्ताओं में शामिल रहे थे। उन्होंने मोदी के लिए 2011 में यूएन पूर्व पब्लिक हेल्थ स्पेशलिस्ट की नौकरी भी छोड़ दी थी। अब वे बिहार के आगामी विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार की ब्राडिंग करते नजर आएंगे। बिहार के सियासी दंगल में किशोर की एंट्री नई तरह की कैंपेनिंग की शुरूआत भी कर सकती है, जिसमें डेटा एनालिटिक्स, ब्रैंडिंग और कम्युनिकेशन स्ट्रैटेजी का जोर होगा।