महोबा:  भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डा0 लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने राज्य सरकार पर किसान विरोधी होने का आरोप लगाते हुए कहा कि सपा सरकार किसान हितैषी होने का दावा तो खूब करती है परन्तु वास्तविकता में उसे किसानों की कोई चिंता नहीं है। डा0 बाजपेयी ने आज महोबा में जिला कृषि कार्यालय पर छापा मारकर मौके पर उपस्थित मुख्य विकास अधिकारी और उपनिदेशक (कृषि) से जिले में पिछले दिनों हुई बारिश व ओलावृष्टि से हुई किसानो के नुकसान और उनको सरकारी स्तर से ही गई राहत के बारे में पूछा।

डा0 बाजपेयी ने कहा महोबा में दलहन, मटर व मसूर की फसल 70 प्रतिशत, गेहूं 50 प्रतिशत, तिलहन 70 प्रतिशत, नष्ट हो चुकी है अर्थात शतप्रतिशत नुकसान हुआ है। जिले में 1,39,715 किसान है। बारिश व ओलावृष्टि से 1,43,808 हेक्टेयर भूमि प्रभावित हुई है। 51,628 हेक्टेयर भूमि सिचित व 39041 हेक्टेयर भूमि असिचिंत है। राज्य सरकार ने असिचिंत भूमि पर रू0 4500/- क्षेत्र प्रति हेक्टेयर और सिचिंत भूमि पर रू0 9000/- प्रति हेक्टेयर की दर से मुआवजा घोषित किया है। अर्थात सरकारी स्तर से घोषित मुआवजे की रकम के मुताबिक ही किसानों का लगभग 64 करोड़ रूपये मुआवजे के रूप में मिलने चाहिए। लेकिन शासन स्तर से जिले में अभी तक मुआवजे व किसानों को हुए नुकसान की भरपाई का रूप में केवल 50 लाख रूपये ही आये है। जो कि मुआवजे की रकम का मात्र 0.8ः (जीरो दशमलव आठ प्रतिशत) है।

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि महोबा में किसानों के साथ मुआवजे के नाम पर हो रहा खिलवाड़ तो महज उदाहरण है पूरे प्रदेश में सपा सरकार किसानों की लगातार उत्पीड़न कर रही हैं। सपा शासन में किसान परेशान है। उन्होंने कहा कि भाजपा किसानों के उत्पीड़न पर चुप नहीं बैठेगी हम सपा सरकार के हर किसान विरोधी फैसले का डटकर विरोध करेंगे।