नई दिल्ली: नागरिकता कानून को लेकर जारी विरोध और दिल्ली में हिंसा पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा है कि मोदी सरकार स्वयं हिंसा व बंटवारे की जननी बन गई है। सरकार ने देश को नफरत की अंधी खाई में धकेल दिया है तथा युवाओं के भविष्य को आग की भट्टी में झुलसा दिया है। सोनिया गांधी ने कहा है कि सरकार का काम है शांति व सौहार्द बनाना, कानून का शासन चलाना व संविधान की रक्षा करना। पर बीजेपी सरकार ने देश व देशवासियों पर हमला बोल दिया है।

उन्होंने कहा है कि मोदी सरकार स्वयं हिंसा प बंटवारे की जननी बन गई है। सरकार ने देश को नफरत और अंधी खाई में धकेल दिया है तथा युवाओं के भविष्य को आग की भट्ठी में झुलसा दिया है। सोनिया गांधी ने कहा है कि सरकार में बैठे हुक्कमरान ही जब हिंसा करवाएं, संविधान पर आक्रमण करें, देश के युवाओं को बेरहमी से पिटवाएं, कानून की धज्जियां उड़ाएं तो फिर देश चलेगा कैसे?

सोनिया गांधी ने कहा है कि सरकार की मंशा साफ है देश में अस्थिरता फैलाओ, देश में हिंसा करवाओ, देश के युवाओं के अधिकार छीनते जाओ, देश में धार्मिक उन्माद का वातावरण बनाओ और राजनैतिक रोटियां सेंकते जाओ। असम, त्रिपुरा और मेघालय जल रहा है।

पुलिस की गोलियों से अकेले असम में चार युवा मारे गए हैं। दिल्ली से पश्चिम बंगाल तक हिंसा और विरोध फैला हुआ है। पूरे देश में छात्र आंदोलन की राह पर हैं। सरकार के अत्याचार, बेतहाशा बेरोजगारी, फीस वृद्धि, अधिकारो का हनन तथा संविधान को तोड़ने की भाजपाई साजिश के खिलाफ युवा और छात्र सड़कों पर विरोध कर रहे हैं।

गौरतलब है कि नागरिकता संशोधन कानून का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों की जामिया मिल्लिया इस्लामिया के समीप न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में पुलिस के साथ झड़प हो गई, जिसमें प्रदर्शनकारियों ने डीटीसी की चार बसों और दो पुलिस वाहनों में आग लगा दी। झड़प में प्रदर्शनकारी, पुलिसकर्मियों और दमकलकर्मी समेत करीब 60 लोग घायल हो गए। पुलिस कार्रवाई के खिलाफ विश्वविद्यालय के छात्रों ने सोमवार को कड़कड़ाती ठंड में जामिया के प्रवेश द्वार के बाहर कमीज उतारकर प्रदर्शन भी किया।