लखनऊ: साबैंक ऑफ बड़ौदा और आंध्र बैंक तथा जोखिम, धन और निवेश प्रबंधन में ब्रिटेन की अग्रणी कंपनी लीगल एंड जनरल के साथ संयुक्त उद्यम इंडिया फर्स्ट लाइफ इंश्योरेंस कंपनी ने आज एक नाॅन-लिंक्ड, पार्टिसिपेटिंग, लिमिटेड प्रीमियम प्रोडक्ट वाली गारंटीड मासिक आय योजना लाॅन्च की। यह योजना बचत बढ़ाने के साथ ग्राहकों के लिए आय और वित्तीय सुरक्षा प्रदान करने के लिए डिजाइन की गई है।

इस लॉन्च पर टिप्पणी करते हुए, इंडिया फर्स्ट लाइफ के डिप्टी सीईओ श्री ऋषभ गांधी ने कहा, ‘‘हमारी आकांक्षाएं अक्सर हमारे वित्तीय स्वास्थ्य पर निर्भर होती हैं। आश्वासित मासिक आय के साथ, हमारे पास अपने सपनों और लक्ष्यों को आगे बढ़ाने के लिए लचीलेपन की सुविधा भी है। इसे ध्यान में रखते हुए, इंडिया फस्र्ट लाइफ ने अपने ग्राहकों के लिए जीवन बीमा के साथ अपने परिवारों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए एक गारंटीकृत मासिक आय योजना शुरू की है, ताकि एक निश्चित मासिक आय के माध्यम से अपने जीवनकाल के दौरान जीवनशैली को बनाए रखा जा सके।‘‘

इंडिया फर्स्ट लाइफ गारंटीकृत मासिक आय योजना ग्राहक को यह चुनने की अनुमति देती है कि वह आवश्यक प्रीमियम भुगतान करने के बाद मासिक पेआउट प्राप्त करना कब प्रारंभ करना चाहता है। पॉलिसी की अवधि के दौरान जीवन बीमा है, चाहे ग्राहक प्रीमियम का भुगतान कर रहा हो, अद्वितीय अंतर वर्ष का लाभ उठा रहा हो या पेआउट प्राप्त कर रहा हो। इसके अलावा, वार्षिक बोनस का लाभ भी है, जो परिपक्वता पर देय होगा।

श्री ऋषभ गांधी ने आगे कहा, ‘‘यह योजना ग्राहकों को अपनी कई जरूरतों को पूरा करने में मदद करेगी, क्योंकि यह उन्हें अच्छे पहलुओं के साथ गारंटीकृत रिटर्न की सुरक्षा प्रदान करती है।‘‘

योजना की ख़ास बातें

मासिक भुगतान के आश्वासन के साथ, वार्षिक प्रीमियम की तुलना में 105 प्रतिशत से 125 प्रतिशत के बीच मासिक आय भुगतान के माध्यम से वैल्यू फाॅर मनी
प्रीमियम भुगतान के साल पूरे होने पर या कुछ सालों के इंतजार के बाद गारंटीकृत मासिक राशि प्राप्त करने का विकल्प।

प्रीमियम भुगतान फ्रीक्वेंसी, पॉलिसी अवधि विकल्प और भुगतान मोड की व्यक्तिगत पसंद के माध्यम से व्यक्तिगत जरूरतों को पूरा करने के लिए योजना तैयार करने के लिए लचीलापन

ग्राहक परिपक्वता पर देय वार्षिक बोनस के माध्यम से भी अच्छा प्रतिफल प्राप्त कर सकता है

ग्राहक अपने द्वारा भुगतान किए जाने वाले प्रीमियम के लिए कर लाभ प्राप्त कर सकते हैं और हासिल होने वाले लाभ पर लागू कानूनों के अनुसार कर देय है।