भोपाल: कभी मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के काफी खास रहे कंप्यूटर बाबा चौहान सरकार से नाराज नजर आ रहे हैं। दरअसल हाल ही में बाबा ने कहा कि प्रदेश सरकार मठ, मंदिर, नर्मदा विरोधी है और इस बार भाजपा नहीं जीतेगी। इसके साथ ही राम मंदिर का जिक्र करते हुए कहा कि ‘भाजपा सरकार राम मंदिर भी नहीं बनवाएगी। मंदिर के नाम पर भाजपा सत्ता में तो पहुंची लेकिन मंदिर नहीं करोड़ो रुपए खर्च कर अपने कार्यालय बनवा लिए।

ऐंचोड़ा कंबोहा गांव के कल्कि महोत्सव में बुधवार को कंप्यूटर बाबा पहुंचे जहां उन्होंने कहा कि- वह नर्मदा घोटाला यात्रा निकाल रहे थे तब शिवराज ने उन्हें और बाकी संतों को नर्मदा का काम सौंपने की बात कहकर मंत्री बनाने की बात कही थी। प्रदेश में उथल पुथल हो रही है, चुनावी माहौल है। शिवराज सरकार जाने वाली है क्योंकि ये धर्म विरोधी सरकार है। जब चुनाव आता है तो ये धर्म का मुखौटा लगाकर नर्मदा, गाय और मंदिर की बात करते हैं। लेकिन ये सरकार का दिखावा है।

कंप्यूटर बाबा ने आरोप लगाते हुए कहा कि- इन्हीं के लोंगों ने नर्मदा को बेच खाया और आज भी वहां अवैध खनन हो रहा है। प्रदेश में गाय की दुर्गति हो रही है। संतो के रहने का ठिकाना है उनकी कुटियां तोड़ी जा रही हैं। इसलिए संत समाज ने फैसला किया है कि वो अब अपने मन की बात करेंगे। नर्मदा संसद का आयोजन 23 नवंबर को होगा और वहीं पर हजारों संत इकट्ठा होंगे और अब वहीं से शुरुआत होगी।

दरअसल कुछ वक्त पहले नर्मदा घोटाला रथ यात्रा निकालने वाले पांच साधुओं को शिवराज सरकार ने राज्यमंत्री का दर्जा दिया था। उसमें से एक हैं कंप्यूटर बाबा। इनका असली नाम नामदेवदास त्यागी है। महंत नृसिंहदास महाराज का कहना है कि तेज दिमाग, स्मार्ट वर्किंग और कार्यशैली की वजह से इन्हें ये नाम मिला है। जानकारी के मुताबिक साल 2014 में आम आदमी पार्टी के टिकट पर संसद पहुंचने का सपना देख रहे थे। बाबा का इंदौर के अहिल्या नगर में एक भव्य आश्रम है।