लखनऊ: निजी क्षेत्र के बैंक यस बैंक तथा यस ग्लोबल इंस्टीट्यूट के साथ मिलकर प्राकृतिक राष्ट्रीय शिखर सम्मान के तीसरे संस्करण का आयोजन किया गया। सात श्रेणियों में भारत के प्रमुख प्राकृतिक पूंजीपतियों को अपने उत्कृष्ट एवं अभिनव प्रयासों के लिए सम्मानित किया गया। यह सम्मान देश की प्राकृतिक संपदा के संरक्षण के लिए उत्कृष्ट प्रयासों के लिए दिया गया। इस सम्मान कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी और पृथ्वी विज्ञान मंत्रालयय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन डा. हर्षवर्धन थे। इस पूंजी पुरस्कारों के तीसरे संस्करण के आयोजन के लिए राजस्थान, उत्तराखंड, गुजरात, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना की राज्य सरकारें यस बैंक की सहज राज्य भागीदार थे।

व्यापार में निरंतरता के लिए टेरी परिषद व्यापार संवर्धन के साथ-साथ पृथ्वी मैटर्स फाउंडेशन, इको टूरिज्म सोसाइटी ऑफ इंडिया, जलवायु समूह, बॉम्बे प्राकृतिक इतिहास सोसाइटी, यूएन ग्लोबल कॉम्पैक्ट नेटवर्क भारत तथा अन्तर्राष्ट्रीय बांस एवं रतन और अर्थवॉच इंस्टीट्यूट विशेष रूप से सहभागित है। मुख्य अतिथि डा. हर्षवर्धन ने कहा कि मैं यस बैंक को इस पहल के आयोजन के लिए बधाई देता हूं और सभी विजेताओं को शुभकामनाएं देता हूं। उन्होंने कहा कि पूरा विश्व जलवायु परिवर्तन के समन के लिए भारत की ओर दृष्टि लगाए हुए है। सम्मान के तीसरे आयोजन में उन्हें चुना गया है, जिन्होंने सामूहिक व्यक्तिगत तथा निगमित रूप से पारिस्थितिकीय संतुलतन तथा पर्यावरण सुधार में विशेष महत्ता निभाई है। इस दृष्टि से 10 हजार 5 सौ प्रविष्टियां प्राप्त हुई हैं, जिनमें 522 कार्पोरेट क्षेत्र के हैं तथा 10 हजार 135 प्रविष्टियां व्यक्तिगत रूप से प्राप्त हुई हैं।

यस बैंक के एमडी और सीईओ तथा यस ग्लोबल इंस्टीट्यूटर के अध्यक्ष राणा कपूर ने कहा कि प्राकृतिक पूंजी संरक्षण और स्थिरता को मुख्यधारा में लाने के लिए वैश्विक विकास के लिए महत्वपूर्ण स्तंभ है। उन्होंने कहा कि यस ग्लोबल इंस्टीट्यूट और यस बैंक इस महत्वपूर्ण क्षेत्र में बहु-हितधारक की विशिष्टता को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। प्राकृतिक पूंजी पुरस्कार प्राकृतिक पूंजी संरक्षण और पर्यावरण नेतृत्व के प्रति व्यक्ति, पर्यावरणविदों और उद्योगों के प्रयासों को प्रोत्साहित करने और पहचानने के लिए एक रणनीतिक मंच है। उन्होंने कहा कि भविष्य की पीढियों के लिए हरित और सतत् विश्व को सुनिश्चित करने के लिए वैश्विक प्राकृतिक पूंजी आंदोलन में भारत को एक महत्वपूर्ण भूमिका के रूप में जाना जाएगा।

इको-कॉरपोरेट श्रेणी में अंबुजा सीमेंट्स लिमिटेड की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि अपने संयंत्र में और आसपास जल प्रबंधन में अभिनव प्रयासों के लिए विनिर्माण श्रेणी में इको-कार्पोरेट को श्रेष्ठ चुना गया है। जबकि मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड ने एक व्यवस्थित ऊर्जा प्रबंधन दृष्टिकोण अपनाने और एक कार्बन सकारात्मक एयरपोर्ट बनने के लिए इस वर्ष का सेवा श्रेणी में पुरस्कार जीता है।

नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग मुंबई ने ईको कैंपस आफ द ईयर सम्मान जीता। यह सम्मान अपने परिसर में जल, ऊर्जा और वन प्रबंधन के लिए एक एकीकृत दृष्टिकोण अपनाने के लिए प्राप्त किया, जो इस वर्ष की पारिस्थितिकी संतुलन के लिए महत्वपूर्ण है। इको-टूरिज्म ऑफ द ईयर-टूर्नामेंट को टेरा इको-टूरिज्म द्वारा जीता गया।

इस आयोजन में नैतिक पूंजी संरक्षण में कुछ श्रेष्ठ मस्तिष्कों से बहु आयामी अभिनेता एवं कृ षि मंत्री, ग्रामीण और समुद्री विकास और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधनए फिजी गणराज्य इनिया सरुरुरातु प्रमुख रूप से उपस्थित थे।