सऊदी अरब में उमराह यात्रियों की बस में आग लगने की दुर्घटना सिर्फ एक हादसा नहीं थी. यह 45 भारतीय उमरा यात्रियों की आखिरी यात्रा बन गई और उनमें भी एक ही परिवार के 18 लोग शामिल थे. ये लोग मक्का से मदीना जा रहे थे. उमरा पूरा कर चुके थे. घर लौटने की बातें कर रहे थे.

मरने वालों में से अधिकतर हैदराबाद के रहने वाले थे। हैदराबाद के पुलिस आयुक्त वीसी सज्जनार ने सोमवार को प्रारंभिक सूचना का हवाला देते हुए यह जानकारी दी। हैदराबाद में संवाददाताओं से मुखातिब सज्जनार ने बताया कि शहर के 54 जायरीन नौ नवंबर को जेद्दा गए थे और उन्हें 23 नवंबर को लौटना था।

उन्होंने बताया कि इन 54 लोगों में से चार रविवार को अलग कार से मदीना के लिए रवाना हुए, जबकि चार अन्य मक्का में ही रुक गए। सज्जनार के मुताबिक, बाकी बचे 46 लोग एक बस से मदीना की यात्रा पर निकले, जो निर्धारित गंतव्य से लगभग 25 किलोमीटर पहले एक तेल टैंकर से टकरा गई।

उन्होंने बताया कि इस हादसे में केवल एक व्यक्ति जीवित बचा है और उसका अस्पताल में इलाज किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में मदीना में हुए बस हादसे पर गहरा दुख जताया। उन्होंने लिखा कि भारतीय अधिकारी सऊदी अरब के अधिकारियों के साथ निकट संपर्क में हैं।