लखनऊ
भाकपा (माले) ने गोरखपुर के दो माह से लापता ईंट भट्ठा मजदूर सुभाष चंद्र यादव की सकुशल वापसी की मांग की है। पार्टी ने मजदूर के परिजनों द्वारा पिपराइच थाना क्षेत्र के उनके गांव लहुरादेव में पंचायत भवन पर शुरु किये गए धरने और भूख हड़ताल का सक्रिय समर्थन किया है।

पार्टी के राज्य सचिव सुधाकर यादव ने मंगलवार को बयान जारी कर कहा कि मुख्यमंत्री का जिला होने के बावजूद लापता भट्टा मजदूर सुभाष की सुरक्षित घर वापसी के लिए परिजनों की प्रशासन में कोई सुनवाई नहीं हो रही है। यही नहीं, संबंधित भट्ठा मालिक पर अभी तक एफआईआर भी दर्ज नहीं हुई है।

राज्य सचिव ने कहा कि लापता मजदूर की पत्नी प्रभावती देवी ने प्रशासन के व्यवहार से क्षुब्ध होकर भाकपा (माले) के राज्य स्थायी समिति सदस्य राजेश साहनी, चरगांवा प्रभारी विनोद भारद्वाज आदि नेताओं की मौजूदगी में उक्त पंचायत भवन पर 30 जुलाई (बुधवार) से धरना शुरू कर दिया। अधिकारियों द्वारा ध्यान न दिए जाने पर धरना छठे दिन सोमवार को भूख हड़ताल में बदल गया।

परिजन ईंट भट्ठा मालिक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने और सुभाष की सुरक्षित वापसी की मांग कर रहे हैं। पुलिस प्रशासन ने अभी तक कोई संज्ञान नही लिया है। बुधवार (छह अगस्त) को एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से मिलकर न्याय के लिए त्वरित कार्रवाई करने की मांग करेगा।

मंगलवार को भूख हड़ताल के दूसरे दिन समर्थन में प्रमुख रुप से भाकपा (माले) राज्य कमेटी की सदस्य मनोरमा चौहान, सपा मजदूर मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुरेंदर यादव और दर्जनों ग्रामीण बैठे रहे। परिजनों ने आरपार की लड़ाई का ऐलान किया है। भाकपा (माले) भी मांगें पूरी होने तक संघर्ष करेगी।