टीम इंस्टेंटखबर
2 लाख के इनामी मनीष सिंह सोनू को यूपी एसटीएफ ने वाराणसी के लोहता इलाके में मुठभेड़ में मार गिराया. एनडी तिवारी हत्याकांड समेत कपसेठी में 10 लाख की रंगदारी समेत कई अन्य मामलों में मनीष सिंह सोनू वांछित था. उस पर जौनपुर, गाजीपुर, वाराणसी और चंदौली में दो दर्जन से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं.

बीते दिनों ही मनीष सिंह सोनू पर उत्तर प्रदेश पुलिस ने इनाम की राशि बढ़ाते हुए 2 लाख कर दी थी. वह कई महीनों से फरार चल रहा था. 28 अगस्त 2020 को मनीष सिंह सोनू ने चौकाघाट में दिनदहाड़े कैंट थाने के हिस्ट्रीशीटर अभिषेक सिंह प्रिंस सहित दो लोगों की हत्या कर दी थी. इससे पहले मनीष आजमगढ़ में एक सराफा कारोबारी से लूट और हत्या के मामले में वांछित था.

फिर मनीष सिंह सोनू का नाम सितंबर 2020 में मिर्जापुर के चुनार में एक कंपनी के अधिकारी से रंगदारी मांगने और हत्या के मामले में सामने आया था. नवंबर 2020 में जैतपुरा क्षेत्र में पुलिस ने मनीष को घेर लिया था. इस दौरान हुए मुठभेड़ में बदमाश रोशन गुप्ता उर्फ बाबू उर्फ किट्टू मारा गया तो मनीष फरार होने में कामयाब हो गया था.

नवंबर 2020 के बाद से ही पुलिस मनीष सिंह सोनू की तलाश कर रही थी लेकिन वह हाथ नहीं लग रहा था. यूपी पुलिस के मुताबिक, मनीष बिहार और नेपाल में ठिकाने बदल-बदल कर रह रहा था. करीब डेढ़ साल बाद आज यानी सोमवार को यूपी एसटीएफ को मनीष सिंह सोनू की लोकेशन वाराणसी के लोहता इलाके में मिली.

इसके बाद यूपी एसटीएफ ने मनीष सिंह सोनू को घेर लिया. बताया जा रहा है कि इस दौरान मनीष सिंह सोनू ने फायरिंग करते हुए भागने की कोशिश की, लेकिन जवाबी कार्रवाई में वह ढेर हो गया. उसके पास से 9 एमएम कारबाइन, .32 बोर की पिस्टल और भारी मात्रा में कारतूस बरामद हुआ है. यूपी में बीजेपी सरकार की वापसी के बाद यूपी पुलिस का यह पहला एनकाउंटर है, जिसमें बदमाश ढेर हुआ है.