पटना: नेशनल फैमिली हेल्थ (National family Health) सर्वे की ताजा रिपोर्ट में राज्य में 2019-20 में महिलाओं पर होने वाले अत्याचार के आंकड़ा जारी किए गए हैं। इसके अनुसार बिहार (Bihar) में 18 से 49 वर्ष की महिलाओं में 40% पति द्वारा होने वाली हिंसा की शिकार होती हैं।

शहरी क्षेत्र में ज़्यादा घटनाएं
यह शारीरिक, मानिसक या अन्य किसी प्रकार की हो सकती है। इन आंकड़ों को और बारीकी से देखते हैं, तो ग्रामीण क्षेत्रों में शहरी क्षेत्र के मुकाबले यह मामला कम है। हालांकि, यह अंतर एक फीसदी से भी कम का है।बिहार में पश्चिमी बंगाल (west bengal) के मुकाबले लगभग 13 % अधिक महिलाओं के साथ पति द्वारा अत्याचार के मामले आते हैं। पश्चिम बंगाल में 27% महिलाओं के साथ पति द्वारा अत्याचार के केस हैं।

बिहार में यह आंकड़ा 40 %
जबकि बिहार में यह आंकड़ा 40 % है। वहीं, 18 से 49 उम्र की महिलाओं के साथ होने वाली यौन हिंसा (Sexual violence) का आंकड़ों की तुलना करते हैं, तो पश्चिम बंगाल में बिहार के मुकाबले एक फीसदी अधिक मामले हैं। पश्चिम बंगाल में 9.7% यौन हिंसा है, जबकि बिहार में यह आंकड़ा 8.3 % का है। ग्रामीण महिलाओं के साथ यौन हिंसा अधिक रिपोर्ट के मुताबिक दूसरा आंकड़ा 18 से लेकर 49 के उम्र की महिलाओं के साथ होने वाली यौन हिंसा को लेकर है।

ग्रामीण महिलाओं के साथ यौन हिंसा के मामले अधिक
शहरों के मुकाबले ग्रामीण महिलाओं के साथ यौन हिंसा के मामले अधिक होते हैं। आंकड़ों के अनुसार इस उम्र में 8।5 % ग्रामीण महिलाओं के साथ यौन हिंसा के मामले आते हैं, जबकि शहरी क्षेत्र में लगभग एक फीसदी कम 7.1 % महिलाओं के साथ यौन हिंसा के मामले हुए हैं। राज्य में यह औसत 8.3 % का है।