टीम इंस्टेंटखबर
यूपी विधानसभा चुनाव में सीएम योगी आदित्यनाथ की सरकार ने कमाल दिखाया और तमाम मिथकों को तोड़ लगातार दूसरी बार पार्टी को सत्ता दिला दी.

यूपी में 37 साल बाद ऐसा हुआ है, जब किसी पार्टी ने पांच साल सत्ता में रहने के बाद दूसरी बार कामयाबी पाई है. गौरतलब है कि योगी आदित्यनाथ पहले ऐसे भाजपाई मुख्यमंत्री बने जिन्होंने न सिर्फ पांच सार सरकार चलायी बल्कि दोबारा सत्ता भी दिलाई।

खबर लिखे जाने तक चुनाव आयोग की वेबसाइट के अनुसार रुझान और नतीजों के हिसाब से 403 में से बीजेपी गठबंधन 273 सीटों पर आगे है, हालांकि यह 2017 के 322 सीटों के प्रचंड बहुमत से 49 कम है. सपा गठबंधन सत्ता हासिल नहीं कर पाया, लेकिन रुझान-नतीजों में 47 से बढ़कर 125 सीटों तक पहुंचा. उसे 73 सीटों का फायदा दिख रहा है. कांग्रेस महज दो (-5) और बीएसपी सिमटकर 1 (-18) सीट पर पहुँच गयी है.

यूपी में सीएम योगी आदित्यनाथ 1 लाख से भी ज्यादा वोटों से गोरखपुर शहर सीट से जीते. बीजेपी के लिए सबसे चौंकाने वाला डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य का सिराथू सीट से हारना है, जहां अपना दल कमेरावादी की नेता पल्लवी पटेल जीती हैं.

लखनऊ में बीजेपी दफ़्तर में भगवा रंग से होली खेली गई और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी भगवा रंग से सराबोर कर दिया गया. माना जा रहा है कि राष्ट्रवाद, हिन्दुत्व के साथ मुफ़्त राशन ने बीजेपी को 250 पार पहुंचा दिया. वहीं बीजेपी में पांच साल कैबिनेट मंत्री रहने के बाद सपा में गए स्वामी प्रसाद मौर्य फाजिलनगर सीट से हार गए. हालांकि घोसी से दारा सिंह चौहान जीत गए.