लखनऊ ब्यूरो
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता विकास श्रीवास्तव ने कहा कि इण्डियन एक्सप्रेस अखबार के मुख्य पृष्ठ पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा कोलकाता में निर्मित पुल को उत्तर प्रदेश का विकास बताकर झूठा विज्ञापन छपवाने से एक बार यह फिर साबित हो गया है कि उत्तर प्रदेश में विकास की एक भी वास्तविक तस्वीर योगी सरकार के पास नहीं है। उत्तर प्रदेश सरकार भारी भरकम रकम खर्च करके विज्ञापनों एवं मीडिया हेडलाइन मैनेजमेंट में जनता की गाढ़ी कमाई/टैक्स का दुरूपयोग कर रही है।

कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि नकारात्मक चर्चा में आये इस विज्ञापन ने स्पष्ट कर दिया है कि योगी सरकार ने अपनी नाकामियों अर्कमण्यता को छिपाने के लिए, जनता के बीच विकास की लगातार झूठी तस्वीर प्रस्तुत किया है। इण्डियन एक्सप्रेस के इस विज्ञापन से स्पष्ट है कि उत्तर प्रदेश के विकास की गरिमा गिराने के साथ ही मुख्यमंत्री योगी ने अपने संवैधानिक नैतिकता को भी पूर्णतया तार-तार कर दिया है। रहा सवाल अखबारी लापरवाही की बहानेबाजी का, उससे भी मुख्यमंत्री जी आपकी कार्यशैली और लापरवाह अधिकारियों की पोल जनता के बीच में उजागर हो चुकी है।

कांग्रेस प्रवक्ता विकास श्रीवास्तव ने कहा कि जनता के पैसे का दुरूपयोग न करके इस भारी धन राशि का इस्तेमाल अगर मुख्यमंत्री साकारात्मक एवं विकासपरक दृष्टि से प्रदेश के आवश्यक विकास कार्यो एवं इंफ्राइस्ट्रक्टचर की मजबूती जैसे विश्वविद्यालय, फैक्ट्रियां, नयें स्कूल, उद्योग धंधे, आवारा पशुओं के लिए कांजी हाउस, प्राथमिक विद्यालयों में शौचालय, नये अस्पताल, वास्तविक स्मार्ट सिटी व कुछ नये शहर को स्थापित करने एवं ग्रामीण क्षेत्रों में अत्याधुनिक जनसुविधाएं मुहैया कराने में करते तो आज उन्हे ‘‘कोलकाता पश्चिम बंगाल’’ के विकास कार्यो की तस्वीर चुराकर अपनी सरकार की इमेज बनाने की इस हास्यप्रद और शर्मनाक स्थिति से न गुजरना पड़ता।

पंकज श्रीवास्तव ने कहा कि अगर मान लें कि अखबार द्वारा मॉनिटरिंग की लापरवाही है तो भी सवाल उठता है कि जिस राज्य का मुख्यमंत्री और उसका प्रशासन इस कदर लापरवाह व अर्कमण्य है कि वह मीडिया के विज्ञापनों में लग रही तस्वीर या मैटर की मॉनिटरिंग तक नहीं करतें हें तो वह सरकार के लोग जनता की सरकारी योजनाओं एवं उसमें चल रहे भ्रष्टाचार की क्या मॉनिटरिंग करेगें?

कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि योगी सरकार झूठे विकास के दावे और फर्जी आकड़ों से हेडलाइन मैनेजमेंट की आत्ममुग्धता में है। इसीलिए आज उत्तर प्रदेश कुपोषण में नम्बर एक, अपराध एवं महिला हिंसा में नम्बर एक और बेरोजगारी में नम्बर एक, प्रदेशभर का किसान जनविरोधी नीतियों और कानूनों के खिलाफ पिछले 11 महिने से सर्दी, गर्मी, बरसात में सड़कों पर आंदोलनरत है, सरकार बेपरवाह। किसान अपनी फसल का उचित मूल्य व भुगतान के लिए लचर सरकारी अनियमितता एवं भ्रष्टाचार को झेलने के लिए मजबूर है। प्रदेश में मंहगाई और बेरोजगारी से आम नागरिक जनजीवन पूरी तरह बदहाल है।

विकास श्रीवास्तव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में डबल इंजन की योगी सरकार विभिन्न सरकारी योजनाओं के सुचारू रूप से क्रियान्वयन एवं प्रदेश की जनता से चुनाव में किये गये दावे एवं वायदों के अनुरूप आजादी के बाद से अब तक की पूरी तरह फेल प्रदेश सरकार साबित हुई है। आरटीआई से मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश सरकार ने अपना चेहरा चमकाने के लिए केवल अप्रैल 2020 और मार्च 2021 बीच 160 करोड़ से भी ज्यादा का भुगतान टीवी चैनलों में विज्ञापन पर दिया है। इसके साथ ही अखबारों, टीवी चैनलों समेत प्रचार के सभी माध्यमों पर केन्द्र सरकार की राह पर चलते हुए उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार जनता के टैक्स को इस चुनावी वर्ष 2021-2022 के मद्देनजर और भारी मात्रा में सरकारी विज्ञापनों, फर्जी विकास के दावों एवं लोकलुभावन वायदों के विज्ञापनों में खर्च कर रही है। इसके बावजूद जनता के बीच योगी सरकार लगातार अपने झूठे वायदों और खेखले दावों पर खरा न उतरने की वजह से जनता के बीच विश्वास लगातार खोती जा रही है जिसके परिणाम स्वरूप आगामी विधान सभा चुनाव में भाजपा को इन्हीं अनियमितताओं भ्रष्टाचार के कारण हर हाल में यूपी की जनता नकार देगी।