स्पोर्ट्स डेस्क
टी 20 विश्व कप सुपर 12 दौर की आज शुरुआत हो गयी है और क्या धमाकेदार धुरुआत हुई है. पहले ही मैच में पिछले विश्व चैंपियन और मेज़बान देश ऑस्ट्रेलिया की पिछले विश्व कप की ही फाइनलिस्ट न्यूज़ीलैण्ड के हाथो 89 रनों की हार, किसी अपसेट से कम नहीं कही जाएगी। वहीँ न्यूज़ीलैण्ड के लिए यह जीत दूसरी जीतों से कहीं बड़ी है क्योंकि एक तो उसने ऑस्ट्रेलिया से फाइनल में हार का अपना बदला चुकता कर दिया वहीँ पिछले 10 वर्षों से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जीत का उसे इंतज़ार था जो आज खत्म हुआ और ऑस्ट्रेलिया को उसी की धरती पर हरकार उसने अपनी जी की ख़ुशी को दुगना कर दिया.

सिडनी में बारिश की आशंका के बीच सुपर-12 राउंड के इस मुकाबले में बादल तो नहीं बरसे, लेकिन ऑस्ट्रेलिया के पड़ोसी न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों ने जरूर बाउंड्रियों की बौछार की. इसकी शुरुआत टीम के ऊपरी क्रम से हुई, जहां न्यूजीलैंड ने बड़ा दांव खेलते हुए अनुभवी मार्टिन गप्टिल की जगह 23 साल के बल्लेबाज फिन ऐलन को मौका दिया था. पहली बार विश्व कप में खेल रहे ऐलन ने शुरुआत में ही ऑस्ट्रेलिया का धुआं निकाल दिया.

दाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने पहले तीन ओवरों में ही ऑस्ट्रेलिया के तीन सबसे बेहतरीन तेज गेंदबाज- मिचेल स्टार्क, जॉश हेजलवुड और पैट कमिंस- की बखिया उधेड़ दी.ऐलन के दम पर न्यूजीलैंड ने पहले ओवर में 14, दूसरे में 15 और तीसरे में 17 रन हासिल किए, जिसमें इस विस्फोटक ओपनर ने 5 चौके और 2 छक्के ठोके. 4 ओवरों में ही न्यूजीलैंड का स्कोर 56 रन तक पहुंच गया था. ऐलन पांचवें ओवर की पहली गेंद पर हेजलवुड का शिकार बने.

दूसरी ओर से डेवन कॉनवे भी लगातार रन बरसा रहे थे. उनकी रफ्तार ऐलन जैसी नहीं थी, लेकिन धीमी भी नहीं थी. हालांकि, कीवी टीम के कप्तान केन विलियमसन का खराब दौर जारी रहा और बड़ी और तेज पारी नहीं खेल सके, जबकि ग्लेन फिलिप्स भी नाकाम रहे. आखिर में कॉनवे ने जेम्स नीशम के साथ मिलकर सिर्फ 24 गेंदों में नाबाद 48 रनों की साझेदारी कर टीम को 200 रन तक पहुंचाया.