नई दिल्ली: विश्व बैंक ने भारत को 1 बिलियन अमेरिकी डॉलर मदद देने की घोषणा की है। विश्व बैंक ने गरीब, कमजोर परिवारों को सामाजिक सहायता देने के भारत के प्रयासों में मदद के लिए ये राशि देने का ऐलान किया है।

वर्ल्ड बैंक डायेरेक्टर ऑफ इंडिया, जुनैद अहमद ने कहा है कि कोरोना संकट के बीच सोशल डिस्टेंसिंग पर जोर से से अर्थव्यवस्था पर व्यापर असर पड़ा है। जुनैद अहमद ने साथ ही कहा, ‘भारत सरकार ने गरीबों और पिछड़ों के लिए गरीब कल्याण योजना पर ध्यान दिया है जो एक ब्रिज का काम कर रही है। स्वास्थ्य पर भी काम हो रहा है और इसकी भी कोशिश की जा रही है कि अर्थव्वस्था पटरी पर लौटे।’

जुनैद अहमद ने इस बात की भी जानकारी दी है कि वर्ल्ड बैंक तीन क्षेत्रों- स्वास्थ्य, सामाजिक सुरक्षा और सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्योग (MSME) में भारत सरकार के साथ साझीदारी करेगा।

कुछ ही दिन पहले ब्रिक्स देशों के न्यू डेवलपमेंट बैंक (NDB) ने भारत को एक अरब डॉलर की आपातकालीन सहायता राशि देने का ऐलान किया था।

शंघाई स्थित एनडीबी की स्थापना ब्रिक्स देशों (ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका) ने 2014 में की थी और इस समय इसका नेतृत्व दिग्गज भारतीय बैंकर के वी कामथ कर रहे हैं। एनडीबी के निदेशक मंडल ने 30 अप्रैल को भारत के लिए ‘आपातकालीन सहायता कार्यक्रम ऋण’ को मंजूरी दी थी और इसका मकसद कोरोना वायरस महामारी के कारण होने वाले मानवीय, सामाजिक और आर्थिक नुकसान को कम करना है।