नई दिल्ली: कोरोनावायरस पर काबू पाने के लिए देशभर में लगाए गए लॉकडाउन के बीच हरियाणा और उत्तर प्रदेश में दो और मजदूरों के सड़क हादसों में मारे जाने की खबर है. पुलिस ने मंगलवार को बताया कि हरियाणा में बिहार के रहने वाले एक मजदूर को तेज रफ्तार कार ने टक्कर मार दी, जिससे उसकी मौत हो गई, जबकि दूसरा जख्मी हो गया. वहीं दूसरे मजदूर की मौत बीती रात यूपी के रायबरेली में हो गई. हरियाणा के अंबाला कैंट में दो प्रवासी मजदूर सड़क पर जा रहे थे, तभी तड़के एक एसयूवी ने उन्हें टक्कर मार दी. एक मजदूर की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दूसरा गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसका अस्पताल में इलाज चल रहा है. पुलिस के मुताबिक मजदूर सड़क के रास्ते बिहार जा रहे थे. अचानक से कार आई और ड्राइवर ने उस पर अपना नियंत्रण खो दिया. जिसके बाद यह हादसा हुआ. हादसे के बाद से ड्राइवर लापता है, जबकि कार को जब्त कर लिया गया है.

एक अन्य हादसे में रायबरेली में 25 साल के प्रवासी मजदूर को टक्कर मार दी गई. शिवकुमार दास बुलंदशहर से कुछ लोगों के साथ साइकिल चलाकर बिहार अपने गांव जा रहा था, तभी उसे टक्कर मार दी गई. रिपोर्ट्स के मुताबिक कार के ब्रेक फेल हो गए थे, इसके बाद ड्राइवर का कार पर नियंत्रण नहीं रहा.

वहीं एक और हादसे में यूपी के फतेहपुर जिले में एक सड़क हादसे में एक मां-बेटी ने अपनी जान गंवा दीं. ये दोनों महाराष्ट्र से आ रहे मजदूरों के समूह के साथ थीं. ये मजदूर यूपी के जौनपुर जा रहे थे.

लॉकडाउन की वजह से बेरोजगार हुए हजारों प्रवासी मजदूर, पैदल, साइकिल या किसी भी साधने से घर जा रहे हैं. सार्वजनिक परिवहन बंद होने की वजह से ये प्रवासी मजदूरी किसी भी तरह से अपने घर पहुंचना चाहते हैं. मजदूरों के लिए चलाई गईं विशेष ट्रेनों में टिकटें महंगी होनी या प्रक्रिया लंबी होने की वजह से मजदूर खुद ही अपनी व्यवस्था करके घर की ओर जा रहे हैं.

पिछले कुछ सप्ताह में ऐसी कई घटनाएं सामने आई हैं, जब घर जा रहे कई मजदूरों की हादसों में मौत हो गई. मध्य प्रदेश में एक ट्रक की चपेट में आकर यूपी जा रहे छह मजदूरों की मौत हो गई थी. इससे पहले 16 प्रवासी मजदूरों के ऊपर से एक मालगाड़ी गुजर गई थी. ये मजदूर थककर रेलवे पटरियों पर सो गए थे.