विश्व महिला दिवस की पूर्व संध्या पर इनिशिएटिव फाउन्डेशन इंडिया ने आयोजित किया कार्यक्रम
लखनऊ।
इनिशिएटिव फाउन्डेशन इंडिया आज अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के पूर्व संध्या पर लखनऊ के मलिहाबाद के सहिमाबाद गावं में “डिजिटलः इनोवेशन एंड टेक्नोलॉजी फार जेंडर इक्वेलिटी।” थीम पर कार्यक्रम का आयोजन किया।
विश्व महिला दिवस की पूर्व संध्या पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए संस्था की संस्थापक सदस्य पूजा ने इस वर्ष के थीम और दिन के महत्व को बताते हुए कहा की डिजिटल उपकरणों और अवसरों तक पहुंच में अंतर सबसे व्यापक है जहां महिलाएं और लड़कियां सबसे कमजोर और सबसे पीछे हैं।
उन्होंने कहा की सबसे पहले जेंडर आधारित भेदभाव को बंद करना चाहिए और लडकियों, महिलाओं को शिक्षित बनाकर उनके लिए नौकरी और नेतृत्व की स्थिति सुनिश्चित करनी चाहिए।
संस्था की सदस्य तन्नु ने कहा की हमें गलत व्यवहार का डटकर मुकाबला करना चाहिए और असमानता को ख़त्म करने के लिए समुदाय के साथ साथ अपने अपने घरों के पुरुषों और लड़कों को जिम्मेदार और जागरूक बनाने के लिए काम करना चाहिए।
लड़कियों के साथ काम कर रही सपना ने कहा कि जेंडर आधारित भेदभाव को खत्म करने के लिए पुरुषों को अपनी सोच बदलने की जरूरत है।
संस्था की वालेंटियर ख़ुशी ने कहा की आज भी हमारे समाज में लड़कियों, महिलाओं को लड़कों और पुरूषों के बराबर अधिकार नहीं मिल रहा हैं।
संस्था की महिला ग्रुप के साथ काम कर रही रेशमा ने कहाँ की आज तमाम क़ानून होने के बावजूद समाज में महिलाओं के साथ हिंसा और भेदभाव की घटनाए तेजी से हो रही हैं! महिलाओं के साथ हिंसा और भेदभाव को रोकने हेतु हम सभी को वक्त वक्त पर ऐसी सामुदायिक पहल करते रहने की जरुरत है तभी पुरुष समाज में बदलाव आएगा।
कार्यक्रम के अंत में संस्था के सदस्यों ने रैली निकली और जेंडर आधारित गैरबराबरी,महिला हिंसा, कन्या भ्रूण हत्या, यौन उत्पीड़न, दहेज़ उत्पीडन, बाल विवाह जैसी सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ आवाज उठाने की शपथ दिलाया।
इस दौरान र्पूजा, सपना. तन्नु, यशोदा, कोमल, ख़ुशी, आशा, रानी, मुश्कान, सरस्वती सहित सैकड़ों महिलाए और लडकियां उपस्थित रहीं।
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