स्पोर्ट्स डेस्क
एशिया कप के लीग राउंड टीम इंडिया का पहला मैच पाकिस्तान से था और अब सुपर-4 में भी उसकी पहली टक्कर पाकिस्तान से है. अगर यह संयोग है तो अच्छा संयोग है क्योंकि लीग में भारत ने पाकिस्तान को हराया था इसलिए इस मैच भी उसकी जीत तो बनती ही है. पिछले मुकाबला दुबई में था और आज का मुकाबला शारजाह में है. दोनों ही मैदानों में बड़ा फर्क है, पिच भी अलग हैं इसलिए मुकाबला नज़दीकी होगा या एकतरफा हो सकता है कहना मुश्किल है.

भारत के टॉप ऑर्डर के बल्लेबाजों का पॉवरप्ले में प्रदर्शन अगर समस्या है तो अनुभवहीन आवेश खान की डेथ ओवरों की गेंदबाजी भी टीम प्रबंधन के लिए चिंता का विषय है. ऐसे में भारत को गेंदबाजी आक्रमण में बदलाव करने की जरूरत नजर आती है क्योंकि उसका सामना पाकिस्तान से है जिसने पिछले मैच में हॉन्गकॉन्ग को 150 से अधिक रन से हराया. भारत को रवींद्र जडेजा की कमी भी खलेगी जो चोटिल होने के कारण टूर्नामेंट से बाहर हो गए हैं. उनकी जगह अक्षर पटेल को टीम में लिया गया है. तेज गेंदबाज आवेश खान भी इस अहम मुकाबले से पहले अस्वस्थ हो गये है.

भारतीय टीम के लिए हालांकि शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों का पावर प्ले में रक्षात्मक रवैया परेशानी का सबब बन सकता है. पाकिस्तान के खिलाफ पिछले मैच में विराट कोहली या रोहित शर्मा कोई भी सहज होकर नहीं खेल पा रहे थे. पिच धीमी होने पर उनकी समस्या बढ़ती गई. हॉन्गकॉन्ग जैसी कमजोर टीम के खिलाफ भी भारतीय शीर्ष क्रम में धीमी बल्लेबाजी की और वह सूर्यकुमार यादव की बेहतरीन पारी थी जिससे कि टीम बड़ा स्कोर बनाने में सफल रही. भारतीय शीर्ष क्रम के धीमे खेल का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है केएल राहुल ने 39 गेंदों पर 36 रन बनाए जो उनकी अब तक की सबसे धीमी पारी है. राहुल ने पाकिस्तान के खिलाफ पिछले मैच में नसीम शाह की जिस पहली गेंद का सामना किया था उसी पर वह बोल्ड हो गए थे. उन्हें एक और मौका दिया जाना जरूरी है लेकिन उन्हें अपने रवैए में बदलाव करने की जरूरत होगी.

पाकिस्तान के बल्लेबाजों को भी पहले 10 ओवर में अधिक रन बनाने की जरूरत है. मोहम्मद रिजवान और बाबर आजम को लक्ष्य का पीछा करते हुए अच्छी सफलताएं मिली हैं लेकिन जब पहले बल्लेबाजी की बात आती है तो इस जोड़ी को खास सफलता नहीं मिली है. इसके अलावा दुबई की पिच धीमा खेल रही है जिससे कि बल्लेबाजों के लिए परेशानी पैदा हो सकती है. आवेश की गैरमौजूदगी में भारतीय टीम तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह और एक अतिरिक्त स्पिनर के साथ मैदान में उतर सकती है.

भारत के पास जब अक्षर पटेल के रूप में किफायती गेंदबाजी करने वाले खिलाड़ी का एक विकल्प मौजूद है तो फिर ऐसे में दीपक हुड्डा को बल्लेबाजी ऑलराउंडर या रविचंद्रन अश्विन को गेंदबाजी आलराउंडर के रूप में आजमाया जा सकता है. पाकिस्तान के शीर्ष क्रम के छह बल्लेबाजों में दो बाएं हाथ के बल्लेबाज फखर जमां और खुशदिल शाह हैं. ऐसे में भुवनेश्वर कुमार और हार्दिक के साथ एक ऑफ स्पिनर रखना अच्छा संयोजन हो सकता है.