भारतीय टीम के स्टार तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी को मौजूदा वर्ल्ड कप के पहले तीन मैचों में खेलने का मौका नहीं मिला है। वर्ल्ड कप में हैट्रिक ले चुके इस खिलाड़ी को बाहर बैठाने पर कई सवाल भी उठ रहे हैं। लगातार उन्हें खिलाने की मांग की जा रही है। इसी कारण अब बांग्लादेश के खिलाफ मुकाबले से पहले भी ऐसी अटकलें लगने लगी हैं। कुछ लोगों को लगता है कि शायद मोहम्मद शमी को फिर से मौका नहीं मिल पाएगा। अभी हालांकि, ऐसा कुछ कंफर्म नहीं हुआ है लेकिन टीम कॉम्बिनेशन जिस पर लगातार कप्तान रोहित और मैनेजमेंट बात कर रहा है, उसे देखते हुए ऐसा लग रहा है।

टीम इंडिया के बॉलिंग कोच पारस म्हाम्ब्रे ने भी मैच से एक दिन पहले इस बात को स्वीकार किया कि शमी जैसे बड़े गेंदबाज को बाहर रखना आसान नहीं है। उन्होंने लेकिन इसके पीछे के कारण भी बताए हैं। उन्होंने कहा कि, शमी को प्लेइंग 11 से बाहर रखना मुश्किल फैसला है लेकिन हम टीम विकेट के अनुसार चुनते हैं। इस बात को लेकर कप्तान रोहित शर्मा भी कई बार बयान दे चुके हैं। हालांकि, उन्होंने कहा कि इसके बारे में शमी या अश्विन जैसे खिलाड़ियों को जानकारी दी जा चुकी है।

बांग्लादेश के खिलाफ मैच से एक दिन पहले बुधवार को पारस म्हाम्ब्रे ने मीडिया से बातचीत की। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि, टीम इंडिया की बेंच स्ट्रेंथ के कारण शमी जैसे वर्ल्ड क्लास बॉलर को भी जगह नहीं मिल पा रही है। टीम के लिए शमी को बाहर रखना आसान नहीं है लेकिन हम सिर्फ 11 खिलाड़ी ही खिला सकते हैं। इस पर कई तरह की चर्चाएं हो रही हैं लेकिन हमें लगता है कि हम खुद उन्हें मैटर क्लियर कर चुके हैं। साथ ही म्हाम्ब्रे ने यह भी कहा कि हम बांग्लादेश, नीदरलैंड जैसी किसी भी टीम को हल्के में नहीं लेंगे। हमारे लिए सभी मैच एक जैसे हैं।